पीडि़त ने छेड़ी एड्स के खिलाफ जंग
एचआइवी की चपेट में आने के बाद शिमला के 42 वर्षीय युवक ने एड्स के खिलाफ ही जंग छेड़ दी है। वह अब तक शिविर के माध्यम से करीब 200 ट्रक व टैक्सी चालकों को जागरूक कर चुका है।
यादवेन्द्र शर्मा, शिमला। एचआइवी की चपेट में आने के बाद शिमला के 42 वर्षीय युवक ने एड्स के खिलाफ ही जंग छेड़ दी है। वह अब तक शिविर के माध्यम से करीब 200 ट्रक व टैक्सी चालकों को जागरूक कर चुका है। इससे पहले सामान्य जीवन जी रहा था, लेकिन नशे की लत के कारण कब एचआइवी की चपेट में आ गया पता ही नहीं चला। जब दस्त और कमजोरी अधिक होने लगी तब जांच में पता चला। इसके बाद हिम्मत नहीं हारी और पूरे परिवार के साथ 'नो एचआइवी, नो एड्सÓ जागरूकता का अभियान छेड़ दिया। एनजीओ के मध्यम से ट्रक व टैक्सी चालकों सहित युवाओं को नशे के साथ-साथ एचआइवी व एड्स के खिलाफ जागरूक कर रहा है।
असुरक्षित यौन संबंधों के साथ नशे की लत और सैक्स वर्कर्स के कारण एचआइवी संक्रमण व एड्स बढ़़ रहा है। प्रदेश में 4752 एचआइवी संक्रमित लोग हैं। इनमें 25 तो बच्चे हैं जो इसके लिए जंग लड़ रहे हैं। प्रदेश में बीते वर्ष की अपेक्षा इस बार एचआइवी संक्रमितों की संख्या बढ़ी है।
तथ्य व सुविधाएं
-1992 में आया प्रदेश में पहला एचआइवी केस
-5 साल से कम उम्र के 25 बच्चे व नवजात भी संक्रमित
एचआइवी संक्रमण की चार स्टेज
-प्रथम स्टेज : शंका,संक्रमित पाए जाना,सीडी 4 काउंट एक हजार से अधिक, रोग प्रतिरोधक क्षमता सामान्य।
-दूसरी स्टेज : रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना,सीडी 4 काउंट एक हजार से कम,कमजोरी।
-तीसरी स्टेज : व्यक्ति का वजन कम होना, दस्त और अन्य छोटी बीमारी का न रुकना, सीडी 4 काउंट 500 से अधिक।
-चौथी स्टेज : संक्रमण का न रुकना बार-बार बीमार होना, बहुत अधिक कमजोरी,डायरिया बढ़ जाना।
प्रदेश में एचआइवी संक्रमित
जिला 2017 2018 2019 2020 2021
कांगड़ा 1021 1123 1243 1297 1249
हमीरपुर 802 895 920 920 958
मंडी 448 531 560 595 588
ऊना 393 477 502 514 554
बिलासपुर 312 390 386 462 413
सोलन 175 201 213 227 223
शिमला 143 177 220 231 253
कुल्लू 70 126 141 159 171
चंबा 68 99 116 118 127
सिरमौर 25 39 44 48 62
लाहुल स्पीति 04 05 05 05 20
गैर हिमाचली 65 91 112 112 129
कुल 3531 4162 4472 4702 4752
हिमाचल को 2030 तक एड्स मुक्त करने के लिए निर्णायक थ्री जीरो यानी जीरो संक्रमण, जीरो मौत और जीरो भेदभाव मुहिम को शुरू किया गया है। इसके लिए एचआइवी जांच के साथ जागरूक किया जा रहा है।
-डा. घनश्याम सिंह, राज्य कार्यक्रम अधिकारी, राज्य एड्स नियंत्रण समिति शिमला।