सब्जियों के बढ़े दामों ने बजट किया धड़ाम
संवाद सहयोगी ज्वालामुखी सब्जी के बढ़ते दामों ने गृहिणियों का बजट बिगाड़ दिया है। कोरोना
संवाद सहयोगी, ज्वालामुखी : सब्जी के बढ़ते दामों ने गृहिणियों का बजट बिगाड़ दिया है। कोरोना संकटकाल के चलते पहले ही कइयों का रोजगार छीन चुका है और अब सब्जियों के दामों में आए उछाल ने आम लोगों की दो वक्त की रोटी से सब्जी को भी दूर कर दिया है। सब्जियों में आलू 25 रुपये प्रतिकिलो बाजार में बिक रहा है। वहीं 40 रुपये से प्रतिकिलो से कम कोई सब्जी नहीं है। टमाटर का दाम आसमान छू रहा है। दुकानदारों के मुताबिक पंजाब से सब्जी व फल आना बंद हो गए हैं अब हिमाचल के कुल्लू से आ रहे हैं, इसलिए महंगे हो रहे हैं, लेकिन यह बात लोगों के गले नहीं उतर रही है, क्योंकि कई लोग आज भी पंजाब से सब्जी फल की गाड़ी लेकर आ रहे हैं। शहर सहित अन्य ग्रामीणों ने सरकार से सब्जी के दामों पर नियंत्रण करने की मांग उठाई है। महिलाओं में जानकी, रेखा, सुभद्रा, रश्मि, उषा, सपना, सुनीता आदि ने बताया कि बढ़ती महंगाई की वजह से हमें सब्जी और फल खरीदने में भी भारी दिक्कत हो रही है। एक तो कोरोना वायरस के संकट काल के चलते वैसे ही आय खत्म हो गई है ऊपर से फल सब्जियों और दूसरी जरूरी सामान की कीमतों में भारी बढ़ोतरी से आम आदमी का जीना दूभर हो गया है। सरकार और प्रशासन इस ओर कोई सख्त कदम उठाए, ताकि लोगों को राहत मिल सके।