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रामगोपाल मंदिर के जंगल से खैरों के पेड़ काटने का सिलसिला जारी

इंदौरा विधान सभा क्षेत्र के डमटाल मे खैर के पेड़ों का अवैध रूप से काटे जाने का धंधा थमने का नाम नही ले रहा है जिसके चलते राम गोपाल मंदिर डमटाल की सरकारी भूमि से बन माफिया आज तक लाखों रुपए के खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाकर रफूचक्कर हो गया है ओर मंदिर प्रशासन हाथ मलता रह गया है । बता दें कि यहां खैर के पेड़ रोजाना काटे जा रहे है तीन दिन पहले भी वनकाटुओं द्वारा 7 खैर के पेड़ों पर इलेक्ट्रिक आरा चला है। जब भी खैर काटे जाते है तो मंदिर प्रशाशन अज्ञात वन काटुओं के खिलाफ एक शिकायत पत्र थाना डमटाल में देकर अपना पल्ला झाड़ लेता है और आज तक अपने स्तर भी मंदिर की जगह से काटे गए खैर के पेड़ों को काटने वाले आरोपियों खुद भी जांच पड़ताल करने में अपनी जिम्मेवारी नही समझ सका है और जांच को लेकर वर्षो तक जनता के सामने नाकाम ही सिद्ध हुआ है। कुछ स्थानीय लोगो ने नाम छापने कि शर्त पर बताया कि सब कुछ मंदिर प्रशासन में तैनात कर्मचारियों की मि

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 08:43 PM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 06:21 AM (IST)
रामगोपाल मंदिर के जंगल से खैरों 
के पेड़ काटने का सिलसिला जारी
रामगोपाल मंदिर के जंगल से खैरों के पेड़ काटने का सिलसिला जारी

जागरण टीम, भदरोआ/ डमटाल : डमटाल में खैर के पेड़ों को अवैध रूप से काटने का सिलसिला नहीं थम रहा है। अब तक राम गोपाल मंदिर डमटाल की सरकारी भूमि से वन माफिया लाखों के पेड़ काटकर रफूचक्कर हो चुका है।

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यहां खैर के पेड़ रोजाना काटे जा रहे हैं। तीन दिन पहले भी खैर के सात पेड़ों पर आरी चली है। जब भी पेड़ काटे जाते है तो मंदिर प्रशासन अज्ञात वन काटुओं के खिलाफ शिकायत पत्र थाना डमटाल में देकर पल्ला झाड़ लेता है। स्थानीय लोगों ने विभाग से पेड़ों को काटने वालों पर कार्रवाई करने की मां की है।

उधर मंदिर प्रशासन के वन रक्षक शमशेर सिंह ने कहा कि जंगल से खैर के पेड़ चोरी से काटे गए हैं। इस संबंध में  शिकायत पत्र डमटाल थाना में दे दिया है 

वहीं मंदिर अधिकारी एवं एसडीएम गौरव महाजन ने कहा कि इस संबंध में थाना डमटाल में शिकायत पत्र दर्ज करवाया गया है और जल्द ही खैर चोरों पर कार्रवाई होगी।


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