हिमाचल में पेयजल संकट, जल शक्ति विभाग में तबादलों पर रोक, मोबाइल फोन बंद हुआ तो कार्रवाई
Jal Shakti Department Transfers Banned हिमाचल प्रदेश में पेयजल संकट के मद्देनजर सरकार ने जल शक्ति विभाग में 15 जून तक तबादलों पर रोक लगा दी है। साथ ही फीटर से लेकर अधीक्षण अभियंता तक किसी का भी मोबाइल फोन बंद पाया गया तो कार्रवाई होगी।
शिमला, राज्य ब्यूरो। Jal Shakti Department Transfers Banned, हिमाचल प्रदेश में पेयजल संकट के मद्देनजर सरकार ने जल शक्ति विभाग में 15 जून तक तबादलों पर रोक लगा दी है। साथ ही फीटर से लेकर अधीक्षण अभियंता तक किसी का भी मोबाइल फोन बंद पाया गया तो कार्रवाई होगी। प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में शुक्रवार को जलशक्ति विभाग की ओर से दी गई प्रस्तुति में सरकार के समक्ष कर्मचारियों-अधिकारियों के तबादले का विषय रखा गया। सुझाव था कि गर्मी के मौसम को देखते हुए 15 जून तक जलशक्ति विभाग में किसी का भी तबादला न किया जाए।
तर्क दिया कि कनिष्ठ अभियंता का तबादला होने के बाद दूसरे स्थान पर जाने और उस स्थान पर दूसरे के आने में कम से कम 15 दिन लगते हैं। इस समय किसी भी अधिकारी का तबादला होने से उस स्थान पर पेयजल व्यवस्था प्रभावित होगी। फीटर से लेकर अधीक्षण अभियंता तक को निर्देश हैं कि वे मोबाइल फोन बंद नहीं करेंगे। पेयजल संबंधी आने वाली शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने के निर्देश हैं।
वॉटर बिल एप भी है...
पेयजल संबंधी शिकायत दर्ज करने के लिए लोगों को घर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं है। लोग मुख्यमंत्री सेवा संकल्प योजना यानी 1100 सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके अतिरिक्त वॉटर बिल एप पर भी लोग शिकायत कर सकते हैं।
क्या कहते हैं मंत्री
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर का कहना है प्रदेश में सूखे की स्थिति है, मगर अभी तक लोगों को पेयजल मिल रहा है। जल का स्तर तेजी से नीचे गिरा है। पिछले वर्ष मानसून में भी बारिश सामान्य से कम हुई। सर्दियों में भी इसी तरह की स्थिति रहने के कारण सूखे के जैसे हालात पैदा हो गए हैं, लेकिन जलशक्ति विभाग के कर्मचारियों-अधिकारियों की मेहनत के चलते हर स्थान पर पेयजल उपलब्ध हो रहा है।