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धर्मशाला: जाम के आगे व्यवस्था धड़ाम, पर्यटक परेशान

मिनी ल्हासा यानि मैक्लोडगंज में हिमाचल के पर्यटन स्थलों में प्रमुख पसंदीदा स्थल है और यहां देश-विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं।

By Edited By: Published: Wed, 12 Jun 2019 07:02 PM (IST)Updated: Thu, 13 Jun 2019 10:06 AM (IST)
धर्मशाला: जाम के आगे व्यवस्था धड़ाम, पर्यटक परेशान
धर्मशाला: जाम के आगे व्यवस्था धड़ाम, पर्यटक परेशान

धर्मशाला, राजेंद्र डोगरा। मिनी ल्हासा यानी मैक्लोडगंज। हिमाचल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार है और यहां सालाना देश-विदेश से हजारों पर्यटक पहुंचते हैं। मई और जून में पर्यटन सीजन के दौरान वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या अत्यधिक बढ़ जाती है और उन्हें ट्रैफिक समस्या से घंटों जूझना पड़ता है। यहां पार्किंग की सबसे बड़ी समस्या है और वैकल्पिक मार्ग की सुविधा भी नहीं है। यहां एक बार यदि जाम लग जाए तो घंटों परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा का निवास स्थान होने के कारण विदेशों से भी पर्यटक यहां पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें अभी तक मूलभूत सुविधाएं मयस्सर नहीं हो पाई हैं। हालांकि धर्मशाला को नगर निगम बने तीन साल से ज्यादा का समय हो चुका है पर उस लिहाज से सुविधाओं की दरकार है। वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या इतनी अधिक होती है कि उन्हें होटलों में कमरे नहीं मिलते हैं और मजबूरन अन्य स्थानों की ओर रुख करना पड़ता है।

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वीकेंड पर पर्यटकों की स्थिति

वीकेंड पर मैक्लोडगंज में 5000 से ज्यादा पर्यटक पहुंचते हैं, जबकि सप्ताह के शुरुआती दिनों में यह आंकड़ा 2500 से अधिक रहता है। बैजनाथ के समीप बीड़ में वीकेंड पर 3000 और शुरुआती दिनों में 1500 से अधिक पर्यटक पहुंचते हैं।

यह है जाम की वजह

मैक्लोडगंज चौक में मैक्लोडगंज-धर्मशाला मुख्य मार्ग के अलावा खड़ा डंडा रोड, भागसूनाग रोड, धर्मकोट रोड व नड्डी रोड मिलते हैं। चौक पर गाड़ियों के फंसने के साथ ही जाम लगना शुरू हो जाता है। भागसूनाग में वीकेंड पर पैदल चलना भी पर्यटकों व आम लोगों के लिए दूभर हो जाता है। हीरू इंद्रुनाग सड़क बन जाए और इसे कर्मू मोड़ पर जोड़ा जाए तो जाम की समस्या काफी हद तक दूर की जा सकती है। इसके अलावा मैक्लोडगंज व भागसूनाग में पार्किंग की पुख्ता व्यवस्था की जानी चाहिए।

पर्यटक ये सावधानियां बरतें

मैक्लोडगंज आने से पूर्व पर्यटक होटल संचालकों से संपर्क स्थापित कर लें, ताकि कमरा आसानी से मिल सके। अक्सर पर्यटक बिना संपर्क स्थापित किए आते हैं और उन्हें कमरों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।

क्‍या कहते हैं पर्यटक, कारोबारी व अधिकारी

  • अन्य हिल स्टेशनों की तुलना में मैक्लोडगंज सबसे बेहतर है। यहां जरूरत का हर सामान मिल जाता है। सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है और इसका समाधान किया जाना चाहिए। पार्किंग के साथ-साथ वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था भी होनी चाहिए। -डॉ. गजाली, पर्यटक
  • मैक्लोडगंज में बड़ी समस्या पार्किंग की है और इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। प्रशासन को चाहिए कि पार्किंग की व्यवस्था करे, ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। -डॉ. विपिन, पर्यटक।
  • पार्किंग के अभाव पर्यटकों का अधिकतर समय जाम में ही निकल जाता है। सरकार को चाहिए कि पार्किंग की पुख्ता व्यवस्था करे ताकि पर्यटक सुविधाजनक मैक्लोडगंज व भागसूनाग सहित अन्य स्थानों तक पहुंच सकें। जाम के कारण कई पर्यटक निराश होकर दूसरे स्थानों का रुख करने के लिए मजबूर होते हैं। -शमशेर नैहरिया, होटल संचालक।
  • भागसूनाग सहित समूचे मैक्लोडगंज क्षेत्र में पार्किंग के अलावा शौचालय होना अति आवश्यक है। शौचालय न होने से पर्यटकों खासकर महिलाओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस दिशा में जल्द कदम उठाने की जरूरत है। -तेज सिंह नैहरिया, अध्यक्ष व्यापार मंडल भागसूनाग।
  • हिमाचल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार व प्रशासन को तीन ¨बदुओं पर कार्य करने की आवश्यकता है। पार्किंग निर्माण, शौचालयों की व्यवस्था और वैकल्पिक मार्गों का निर्माण किया जाना चाहिए। मैक्लोडगंज में वीकेंड पर 5000 से ज्यादा पर्यटक पहुंचते हैं लेकिन सुविधाएं न होने से उन्हें दिक्कतें होती हैं। -डॉ. विशाल नैहरिया, संयुक्त सचिव होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला।
  • मैक्लोडगंज व भागसूनाग में नगर निगम मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण करेगा। नगर निगम औपचारिकताएं पूरी करने में जुट गया है। पार्किंग पीपीपी मोड के तहत बनाई जाएगी। -देवेंद्र जग्गी, महापौर नगर निगम धर्मशाला।
  • विभाग के पास ऐसा कोई माध्यम नहीं है कि रोजाना पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या का पता चल सके। विभाग होटल संचालकों पर ही निर्भर है और इसके आधार पर ही पर्यटकों की संख्या पता चलता है। हर तीन माह में एक बार होटल संचालकों से पर्यटकों की संख्या का आंकड़ा लिया जाता है। -डॉ. मधु चौधरी, उपनिदेशक पर्यटन विभाग।
  • भागसूनाग में मंदिर न्यास का शौचालय है लेकिन पर्यटन सीजन में और शौचालयों की आवश्यकता है। यहां वन भूमि इस कार्य में बाधा है। वर्षाशालिका बनाने में वन भूमि मुख्य अड़ंगा है। -एसके पराशर, एसडीएम धर्मशाला।
  • मैक्लोडगंज में पर्यटन सीजन के मद्देनजर प्रशासन प्लान के अनुरूप काम कर रहा है। सकोह बटालियन से जवान मैक्लोडगंज में तैनात किए हैं। यातायात को सुचारू बनाने के लिए एकतरफा ट्रैफिक के अनुसार वाहनों को भेजा जा रहा है। वीकेंड पर अन्य दिनों के मुकाबले रात्रि गश्त की जाती है। -संतोष पटियाल, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा

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