धर्मशाला में वनरक्षक भर्ती में युवाओं के बैग से रुपये व घड़ी हुई चोरी
वनरक्षक भर्ती में युवा भर्ती तो नहीं हुए पर जो कुछ उनके पास था उससे भी हाथ धोना पड़ा। ऐसे में बेरोजगार युवा पैसा व सामान खोने से और भी परेशान हो जा रहे हैं। जब बैग की जिप टूटी हुई और सामान गायब पाया जा रहा है।
धर्मशाला, नीरज व्यास। वनरक्षक भर्ती में युवा भर्ती तो नहीं हुए पर जो कुछ उनके पास था उससे भी हाथ धोना पड़ा। ऐसे में बेरोजगार युवा पैसा व सामान खोने से और भी परेशान हो जा रहे हैं। जब बैग की जिप टूटी हुई और सामान गायब पाया जा रहा है। जी हां यहां बात हो रही है सिंथेटिक ट्रैक धर्मशाला में चल रही वन रक्षक भर्ती की। यहां पर वन रक्षक के लिए उम्मीदों की दौड़ लगा रहे युवाओं को अपने सामान से भी हाथ धोना पड़ा है।
भर्ती के दौरान अपने साथ बैग लेकर आ रहे दूर दराज के क्षेत्रों के युवाओं को जहां पर बैग रखकर डाक्युमेंट के साथ भर्ती प्रक्रिया में बुलाया जा रहा है। लेकिन जब वापस लौट कर बैग को चैक कर रहे हैं तो सामान गायब मिल रहा है। वन अधिकारियों को इस बारे में कह रहे हैं तो वह युवाओं के सामान की कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहे हैं। ऐसे में दूर दराज से आने वाले युवाओं को परेशान होना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला शाहपुर का सामने आया, जिसमें युवती के बैग की जिप भी तोड़ी गई और तीन हजार रुपये व हाथ में पहने वाली लेडीज घड़ी से भी हाथ धोना पड़ा।
शाहपुर की युवती पूजा ने बताया कि वह वन रक्षक की भर्ती के लिए सिंथेटिक ट्रैक धर्मशाला गई। जहां पर वन विभाग ने सभी युवाओं को बैग रखने के लिए कहा उन्होंने भी वहीं पर अपना बैग भी रख दिया। लेकिन जब भर्ती प्रक्रिया में शामिल होकर बैग के पास पहुंची तो पाया कि न तो उनके बैग में तीन हजार रुपये हैं और न ही उनकी कलाई घड़ी है। ऐसे में उन्होंने वहां पर सुरक्षा को मौजूद वन रक्षकों को पूछा तो उन्होंने ने भी इससे अनभिज्ञता जताई। ऐसे में थकहारकर मायूस होकर घर लौट आई।
यह बोले वन विभाग के अरण्यपाल
वन वृत धर्मशाला के मुख्य अरण्यपाल डीआर कौशल ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया चल रही है। 57 पदों केलिए 47 हजार आवेदन आए हैं। हर दिन यहां पर भर्ती चल रही है। इस लिए युवाओं को बैग आदि लाने से मना किया है और सिर्फ डॉक्युमेंट लाने को ही कहा है। लेकिन सभी बच्चे अपनी सुविधा के लिए बैग, मोबाइल व अन्य कीमती सामान अपने रिस्क पर ले आ रहे हैं। मैदान के बाहर की बैग सभी के रखवा दिए जा रहे हैं, बारिश आदि होने पर बैग पवेलियन के पास रखवाए जा रहे थे। सौ-सौ दो सौ युवा एक ही जगह पर अपना बैग रख दे रहे हैं। युवा अपने रिस्क पर ही यह बैग रख रहे हैं, इसमें वन विभाग की कोई निगरानी नहीं है। युवाओं से यही आग्रह है कि अपने बैग लेकर न आए। मैदान में बैग लाना अलाउट नहीं किया जाएगा।