Massive Landslideः सोलन जिले के डेढघराट में देखते ही देखते दरक गया पहाड़
सोलन से कैथलीघाट तक बन रहे फोरलेन पर बुधवार को डेढ़घराट के समीप पहाड़ का बड़ा हिस्सा देखते ही देखते दरक गया। भूस्खलन की वजह से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। दरकने से करीब 30 मिनट तक यातायात बाधित रहा।
सोलन, जागरण संवाददाता। सोलन से कैथलीघाट तक बन रहे फोरलेन पर बुधवार को डेढ़घराट के समीप पहाड़ का बड़ा हिस्सा देखते ही देखते दरक गया। भूस्खलन की वजह से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। दरकने से करीब 30 मिनट तक यातायात बाधित रहा। मौके पर मौजूद निर्माण में लगी कंपनी की जेसीबी मशीन ने मलबा हटाकर यातायात बहाल कर लोगों को राहत दी।
Massive landslide at Shimla - Parwanoo pic.twitter.com/vLpe6wjTLq
— Dr. Ashwani Sharma (@ashwanis1208) November 24, 2021
इन दिनों सोलन से कैथलीघाट तक फोरलेन के निर्माण का कार्य चल रहा है। निजी कंपनी द्वारा किए जा रहे कार्य की वजह से यह मार्ग बेहद खतरनाक हो चुका है। बुधवार को भी गलत तरीके से की जा रही कटींग के कारण पहाड़ दरक गया, जिससे मलबा सड़क पर आ गया। इस दौरान कोई भी वाहन सड़क से नहीं गुजर रहा था। इससे पहले भी कई बार कंडाघाट व आसपास के क्षेत्रों में पहाड़ी से मलबा गिरा है। इस सबकी वजह से सोलन से शिमला तक सफर करना सुरक्षित नहीं रहा है। मलबा गिरने की वजह से करीब 30 मिनट तक यातायात बाधित रहा। जेसीबी से मलबा हटाए जाने के बाद यातायात बहाल हो पाया है। इस दौरान सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रही। पहाड़ी दरकने की वीडियो सोशन मीडिया पर काफी अधिक वायरल हुई है। घटना के दौरान मौके पर मौजूद लोगों में भय का माहौल देखा गया।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक सुरेश शर्मा ने बताया कि इन दिनों सोलन से कैथलीघाट तक फोरलेन का निर्माण कार्य चल रहा है। बुधवार को डेढ़घराट के समीप पहाड़ी से मलबा गिरा है जिसे तुरंत हटा दिया गया था।
हिमाचल प्रदेश में इस साल बरसात के बाद पहाड़ दरकने के मामलों में काफी वृद्धि आई है। सोलन से पहले किन्नौर, सिरमौर, मंडी व कुल्लू जिलों में भी पहाड़ दरकने के मामले सामने आए हैैं। किन्नौर में नौ पर्यटकों को जान से हाथ धोना पड़ा था।