इस साल का अंतिम सूर्यग्रहण, जानिये किस राशि के लिए रहा कितना शुभ फलदायी
इस साल का अंतिम सूर्यग्रहण शनिवार दोपहर 0132 बजे से शुरू होगा। 0316 बजे ग्रहण के मध्य का समय होगा। वहीं शाम 501 बजे सूर्यग्रहण समाप्त होगा।
धर्मशाला, जेएनएन। इस साल का तीसरा एवं अंतिम सूर्यग्रहण शनिवार को लगेगा। इसके बाद अगला सूर्यग्रहण छह जनवरी 2019 को पड़ेगा। 11 अगस्त होने वाला सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देखा लेकिन असर ज्योतिषीय नक्षत्रों और प्रकृति पर पड़ेगा। यह जानकारी वैदिक ज्योतिष संस्थान के अध्यक्ष डॉ. आचार्य ब्रजेश शास्त्री ने दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को पड़ने वाला ग्रहण दोपहर 01.32 बजे से शुरू होगा। 03.16 बजे ग्रहण के मध्य का समय होगा। वहीं शाम 5.01 बजे सूर्यग्रहण समाप्त होगा।
ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पूर्व 10 अगस्त की रात को एक बजकर 32 मिनट से शुरू हो जाएगा। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए ग्रहण से संबंधित सूतक पातक भी नहीं माना जाएगा। हालांकि कनाडा, चीन के अलावा यह उत्तरी अमेरिका, उत्तरी पश्चिमी एशिया, दक्षिणी कोरिया, मंगोलिया, रूस, नार्वे और इंग्लैंड में इसे देखा जा सकेगा।
इन राशियों पर पड़ेगा असर
राशियों पर सूर्यग्रहण के प्रभाव के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. ब्रजेश शास्त्री ने बताया कि पिछले सूर्यग्रहण की तरह यह इस बार भी ग्रहण आंशिक होगा। यह सूर्यग्रहण कर्क राशि में होने जा रहा है, जो मेष, मकर, तुला और कुंभ राशि के लिए शुभ फलदायी रहने वाला है। कर्क राशि में ग्रहण होने से कर्क के अलावा, मिथुन और सिंह राशि के जातकों के लिए ग्रहण शुभ नहीं है, इन्हें कष्ट हो सकता है। इन राशियों के जातकों को सेहत के साथ धन खर्च को लेकर विशेष ध्यान देना चाहिए।
चीन के लग्न मकर से सप्तम भाव में पड़ रहा यह ग्रहण वहां की अर्थव्यस्था में बड़ी गिरावट ला सकता है। चीन और अमेरिका में चल रहा व्यापार युद्ध सूर्यग्रहण के बाद विश्व के शेयर बाजार में गिरावट ला सकता है। इसका असर भारत पर भी पड़ेगा। उनके अनुसार कर्क राशि में पड़ रहा सूर्यग्रहण भारत और चीन में बड़े नेताओं के स्वास्थ पर भी प्रतिकूल असर दिखाएगा। वहीं जलीय राशि कर्क में सूर्य-चंद्रमा के साथ केतु और बुध असामान्य वर्षा और बाढ़ की स्थिति दिखा रहे हैं। कर्क राशि से प्रभावित पूर्वोत्तर भारत और चीन में इस सूर्यग्रहण के आसपास भारी वर्षा से बाढ़ आने के योग भी बन रहे हैं। मकर राशि में गोचर कर रहे मंगल की दृष्टि ग्रहण की राशि कर्क पर होने से 15 दिन के भीतर चीन में बड़ा भूकंप आ सकता है।
वैज्ञानिक मान्यता
सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रावॉयलेट किरणें हमारे एंजाइम सिस्टम को प्रभावित करती हैं, इसलिए सूर्यग्रहण के दौरान सावधानी जरूर बरतनी चाहिए। सूर्य ग्रहण को कभी भी नंगी आंखों से न देखें इसके लिए हमेशा वैज्ञानिकों द्वारा प्रमाणित टेलिस्कोप का ही प्रयोग करें। हालांकि कुछ लोग सूर्य ग्रहण को देखने के लिए अल्ट्रावायलेट किरणों को रोकने वाले धूप के चश्मे का प्रयोग भी करते हैं।
सूर्यग्रहण के दौरान क्या करें, क्या न करें
- सूर्य ग्रहण के दौरान पूजा पाठ से संबंधित कोई कार्य न करें और घर में बने मंदिर या भगवान की प्रतिमा को स्पर्श न करें।
- इस दौरान भोजन न करें ऐसी मान्यता है कि इस समय भोजन करने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
-सूर्यग्रहण का सूतक लगने से लेकर सूर्यग्रहण तक तुलसी के पत्ते न तोड़ें।
- गर्भवती महिलायें विशेष ध्यान रखें, इस दौरान घर से बाहर न निकलें और न ही चाकू या कैंची का प्रयोग करें।
- इस दौरान सोना नही चाहिये, अगर आप आराम करना चाहते हैं तो पैर फैलाकर बैठ सकते हैं।
- भगवान के नाम का स्मरण करें।
- ग्रहण समाप्त होने पर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव कर दें।