अध्यापक संघ ने राज्यस्तरीय बैठक में तैयार किया डिमांड चार्टर, कार्यकारिणी में इन सदस्यों को मिला स्थान
Teacher Union Meeting राजकीय अध्यापक संघ की राज्यस्तरीय बैठक ज्वालामुखी में हुई।
ज्वालामुखी, पंकज सोनी। राजकीय अध्यापक संघ की राज्यस्तरीय बैठक ज्वालामुखी में हुई। बैठक में सर्वप्रथम जिला कांगड़ा के शिक्षा खंड धर्मशाला, जवाली व नूरपुर के चुनाव करवाए गए। राजकीय अध्यापक संघ के मौजूद लगभग 150 प्रतिनिधियों ने इस अवसर पर जिला कांगड़ा का अध्यक्ष नरदेव ठाकुर (शिक्षा खंड देहरा) को चुना व सुमन चौधरी (नगरोटा भगवा) को महासचिव चुना गया। नई जिला कार्यकारिणी के चयनित सदस्यों के शपथ लेते ही सदन की कार्रवाई शुरू की गई।
खंड धर्मशाला से गुरदर्शन सिंह डढवाल को अध्यक्ष, पवन चौधरी को महासचिव का दायित्व सौंपा गया। राज्य अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने इस अवसर पर कहा कि संगठन में अनुशाशनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अध्यापक हित में कार्य कर रहे शिक्षकों को आगे आने का प्रोत्साहन दिया। इस अवसर पर धर्मशाला से शिक्षक नेता संजय चौधरी को राज्य संघ का पुनः प्रेस सचिव बनाया गया है। संगठन व शिक्षा में उनके बेहतरीन सहयोग के लिए उन्हें पुनः यह पद दिया गया है।
शिक्षा हित में तैयार किया डिमांड चार्टर
राज्यस्तरीय बैठक में खंड कार्यकारिणियों की आम राय से शिक्षक व शिक्षा हित में एक डिमांड चार्टर भी तैयार किया गया। जिसके लिए प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी से मिल कर यथाशीघ्र एक बैठक करने के लिए भी समय मांगा गया है। संघ की मुख्य मांगों में शिक्षा में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विभाग की 31 अक्टूबर 2005 की अधिसूचना एडीएन सी 3/2006 की अधिसूचना को तुरंत प्रभाव से लागू करने की मांग उठाई।
सेवानिवृत्ति आयु 62 साल की जाए
प्रत्येक प्राथमिक पाठशाला में एक अध्यापक का अतिरिक्त पद सृजित करने की मांग उठाई। अध्यापकों को गैर शैक्षणिक कामों से पूर्णतया मुक्त रखा जाए। पुरानी पेंशन व्यस्था बहाल की जाए। अनुबंध शिक्षकों को समस्त लाभ तत्काल दिए जाएं। अध्यापकों की सेवनिवृत्ति आयु 62 साल हो। पदोन्नति पर ग्रेड पे रोकने संबंधी अधिसूचना तुरंत निरस्त हो। पदोन्नति के लिए पांच साल की सेवा अवधि को कम कर तीन वर्ष किया जाए।
शिक्षा पर खर्च हो छह फीसद बजट
काॅलेज प्रवक्ता के लिए दोन्नति नियमों में संशोधन कर योग्य स्कूल प्रध्यापकों को पदोन्नत किया जाए। सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों को यथाशीघ्र लागू किया जाए। उच्च व प्रारंभिक निदेशकों की नियुक्ति प्रशाशनिक सेवा से की जाए। शास्त्री व भाषा शिक्षकों का नामकरण स्नातक अध्यापक किया जाए। समस्त राज्य बजट का कम से कम 6 फीसद खर्च शिक्षा पर खर्च किया जाए। राजकीय अध्यापक संघ के साथ जेसीसी मीटिंग बुलाई जाए व लेक्चरर न्यू अधिसूचना को तुरंत रद किया जाए। इस के साथ ही लगभग 43 सूत्रीय मांग उतर भी तैयार किया गया जो कि आगामी मुख्यमंत्री जी के साथ होने बाली बैठक में उनके समक्ष उठाया जाएगा। ये जानकारी राज्य प्रेस सचिव संजय चौधरी ने दी।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर राज्य चीफ पैटर्न अरुण गुलेरिया, पैटर्न सरोज मेहता, राज्य चेयरमैन सचिन जसवाल, वरिष्ठ उपप्रधान संजीव ठाकुर, अजय शर्मा व कमल राज अत्री, उपप्रधान गोविन्दर पठनीय, राज्य महासचिव शाम लाल हांडा, वित्त सचिव देव राज ठाकुर, विभिन्न जिलों के अध्यक्ष जिनमे जिला चंबा से हरी प्रसाद, शिमला से महावीर कैंथला, हमीरपीर से सुनील शर्मा, कुल्लू से यशपाल, मंडी से तिलक राज नायक, किन्नौर से राधा कृष्ण नेगी, ऊना से डॉक्टर किशन लाल व बिलसपुर से राजेश संधू अपनी कार्यकारिणियों सहित उपस्थित रहे।