10 दिन में शिक्षक नियुक्त न हुए तो कक्षाओं का बहिष्कार
तीनों छात्र संगठनों ने देश सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और विद्यार्थियों ने महाविद्यालय में प्राध्यापकों के खाली पदों को भरने में हो रही देरी पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
नगरोटा सूरियां, जेएनएन। राजकीय महाविद्यालय नगरोटा सूरिया में तीनों छात्र संगठनों एबीवीपी, एसएफआइ व एनएसयूआइ ने संयुक्त रूप से प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने महाविद्यालय में प्राध्यापकों के खाली पदों को भरने में हो रही देरी पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। तीनों छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान बैठक कर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया कि यदि कॉलेज में स्टाफ की तैनाती 10 दिन के भीतर नहीं की जाती तो सभी विद्यार्थी कक्षाओं का बहिष्कार कर सरकार व विधायक के खिलाफ घर-घर जाकर प्रचार शुरू कर देंगे।
इसके अतिरिक्त धरना व चक्का जाम किया जाएगा। मंगलवार को कॉलेज परिसर से लेकर तीन बोटू बाजार तक तीनों संगठनों के सदस्यों ने छात्र नेता सुमित गुलेरिया के नेतृत्व में रोष रैली निकाली। उन्होंने कहा कि इसी महीने 74 नए कॉलेज प्राध्यापकों की प्रदेश के कॉलेजों में नियुक्तिया हुई हैं, लेकिन राजकीय डिग्री कॉलेज नगरोटा सूरिया में किसी भी प्राध्यापक की नियुक्ति नहीं करना विधायक व सरकार की मंशा को जाहिर करता है। चार साल पहले खुले राजकीय डिग्री कॉलेज नगरोटा सूरिया में खाली पदों को भरना तो दूर, जो प्राध्यापक हैं उन्हें भी डेपुटेशन पर भेजा जा रहा है।
कॉलेज में 647 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, लेकिन शिक्षक न होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सप्ताह के भीतर खाली पदों को नहीं भरा गया तो छात्र लोकसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ कार्य करेंगे। इससे पहले भी खाली पदों को भरने के लिए ज्ञापन कॉलेज प्राचार्य के माध्यम से सरकार व शिक्षा विभाग को भेजा गया है। इस पर महीना बीत जाने के बाद भी कोई करवाई नहीं हुई है।
ये पद हैं रिक्त
कॉलेज में गणित, रसायन विज्ञान, बॉटनी, कॉमर्स, हिंदी, सोशियोलॉजी, संस्कृत, अंग्रेजी के प्राध्यापकों, लाइब्रेरियन, वरिष्ठ सहायक व क्लर्क के एक-एक पद रिक्त हैं।