नूरपुर में नहीं खुले श्री बृजराज स्वामी मंदिर के कपाट, मंदिर न खुलने से श्रद्धालु निराश
नूरपुर के किला मैदान में स्थित ऐतिहासिक श्री बृजराज स्वामी मंदिर के आज कपाट न खुलने से श्रद्धालुओं को निराशा का सामना करना पड़ा।
नूरपुर,प्रदीप शर्मा। नूरपुर के किला मैदान में स्थित ऐतिहासिक श्री बृजराज स्वामी मंदिर के आज कपाट न खुलने से श्रद्धालुओं को निराशा का सामना करना पड़ा। नूरपुर का ऐतिहासिक श्री बृजराज स्वामी मंदिर किले के भीतर स्थित है व किले के रखरखाव का जिम्मा केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा किया जाता है। हालांकि सरकार ने आज प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों को सशर्त खोलने के आदेश जारी किए हैं। लेकिन सरकार के आदेशों के बावजूद आज नूरपुर के ऐतिहासिक श्री बृजराज स्वामी मंदिर के कपाट न खुल सके। 178 दिनों के लंबे अंतराल के बाद आज जैसे ही श्रद्धालु भगवान श्री बृजराज स्वामी के दर्शन करने के लिए मंदिर गए तो मंदिर के मुख्य गेट पर केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का ताला लगा हुआ था। सरकार के आदेश के बावजूद श्रद्धालु भगवान के दर्शन किए बिना लौटने को मजबूर हुए। श्रद्धालुओं ने जब नूरपुर में तैनात केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के कर्मचारियो से गेट खोलने की अपील की तो कर्मचारियों ने गेट का ताला खोलने से मना कर दिया, उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें अपने विभाग ( केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग) से गेट खोलने के आदेश नहीं मिलते तब तक गेट नहीं खोला जाएगा। कुल मिलाकर केंद्र व राज्य सरकार के जटिल नियमों के कारण आज ऐतिहासिक श्री बृजराज स्वामी मंदिर के श्रद्धालुओं के लिए कपाट न खुल सके। नूरपुर में श्री बृजराज स्वामी मंदिर का गेट खोलने का मामला फिलहाल राज्य सरकार की फाइलों में उलझ कर रह गया है जिस कारण 178 दिनों से लंबे अंतराल के बावजूद श्रद्धालु भगवान के दर्शन न कर सके।
कहां अटका है यह मामला
क्या कहते हैं केंद्रीय पुरातत्व विभाग के अधिकारी शिमला स्थित केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीक्षक डॉ. आफताब हुसैन ने कहा कि प्रदेश में स्मारक खोलने को लेकर उन्होंने राज्य सरकार की ओर से की लिखित आदेश नहीं मिले हैं व जैसे ही उन्हें सरकार की ओर से लिखित आदेश मिलते हैं तो तुरंत ही नूरपुर के किले का गेट खोल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में उन्होंने भाषा एवं संस्कृति विभाग की निदेशक सहित राज्य की सभी उपायुक्तों को स्मारक खोलने की अनुमति देने को लेकर पत्र भी लिखा है।
क्या कहती हैं भाषा एवं संस्कृति विभाग की निदेशक
शिमला स्थित भाषा एवं संस्कृति विभाग की निदेशक कुमुद सिंह ने बताया कि राज्य में धार्मिक स्थल खोलने को लेकर प्रदेश सरकार ने सशर्त आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में सभी स्मारक केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीन है व इस संदर्भ में केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग व संस्कृति मंत्रालय पहले ही दिशा निर्देश जारी कर चुका है व हिमाचल प्रदेश में केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को राज्य सरकार के आदेशों पर ही अमल करना होगा। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में आज केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं।