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सीयू प्रशासन से उठाए सवाल, केंद्रीय विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना और प्रोफेसर नौकरी छोड़कर क्‍यों जा रहे

CUHP News हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्विविद्यालय के भूमि संबंधित सभी परिसरों की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत ली जाएगी। इसके लिए केंद्रीय विवि के जनसूचना अधिकारी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया है। केंद्रीय विवि के विभिन्न विभागों के प्रोफेसर अपने पदों को छोड़ कर जा रहे हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 11:27 AM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 11:27 AM (IST)
सीयू प्रशासन से उठाए सवाल, केंद्रीय विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना और प्रोफेसर नौकरी छोड़कर क्‍यों जा रहे
धर्मशाला के समाजसेवी अतुल भारद्वाज ने सीयू के निर्माण पर सवाल उठाए हैं।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। CUHP News, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्विविद्यालय के भूमि संबंधित सभी परिसरों की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत ली जाएगी। इसके लिए केंद्रीय विवि के जनसूचना अधिकारी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया है। केंद्रीय विवि के विभिन्न विभागों के प्रोफेसर अपने पदों को छोड़ कर जा रहे हैं। उनका पदों को इस तरह से छोड़ कर जाने बारे सूचना केंद्रीय विवि से मांगी जाएगी। आम जनता को इस जानकारी से अवगत करवाया जाएगा, ताकि जनता समझ सके कि सरकार व प्रशासन किस तरह से जनता की आंखों में धूल झोंककर काम कर रहे हैं। यह जानकारी धर्मशाला के समाजसेवी अतुल भारद्वाज ने दी।

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उन्होंने कहा केंद्रीय विवि से विभिन्न तरह की सूचनाओं को सूचना के अधिकार के तहत मांगा गया है, जल्द ही यह रिपोर्ट आने वाली है। इसके बाद खुलासा हो जाएगा केंद्रीय विवि में आखिरकार क्या चल रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विवि की स्थायी स्थापना धर्मशाला में करवाने के लिए अभियान छेड़ दिया है, इसके लिए जनता को भी जागरूक किया है।

विभिन्न पंचायतों के जनप्रतिनिधि व जनता उनके साथ है और जनता यही चाहती है कि केंद्रीय विवि की स्थापना धर्मशाला में हो। सबसे पहले केंद्र सरकार ने केंद्रीय विवि की स्थापना धर्मशाला में करने के लिए यह विवि दिया था, लेकिन विवि को लेकर लंबी राजनीति होती रही और जनता के हितों से भी खिलवाड़ होता रहा। लेकिन युवाओं को जो सुविधा मिलनी चाहिए थी वह नहीं मिल सकी।

अतुल भारद्वाज ने कहा कि आने वाले वक्त में अभियान तेज किया जाएगा। लोगों से बैठकें हो रही हैं, इसके बाद जनप्रतिनिधियों को जनता के बीच पूछा जाएगा कि उन्होंने आज तक इस मुद्दे को हल करवाने के लिए क्या किया।


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