हल्के में न लें बच्चों में खर्राटे की आदत, हो सकती है बड़ी परेशानी Kangra News
Snoring Habit in child यदि आपके बच्चे को खर्राटे की आदत है तो उसे हल्के में न लें। तुरंत चिकित्सक से संपर्क कर उपचार दिलाएं।
धर्मशाला, जेएनएन। यदि आपके बच्चे को खर्राटे की आदत है तो उसे हल्के में न लें। तुरंत चिकित्सक से संपर्क कर उपचार दिलाएं। कई बार हम बच्चों में खर्राटे की आदत को हल्के में लेते हैं और बाद में यह बड़ी परेशानी में डाल देती है। यह संदेश बालाजी अस्पताल कांगड़ा के ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. राजीव गुप्ता ने दैनिक जागरण के सिटी ऑफिस धर्मशाला में शनिवार को हेलो जागरण के कार्यक्रम के दौरान दिया।
उन्होंने कहा, बच्चों में खर्राटे आने की सबसे वजह कई बार नाक के अंदरूनी हिस्से में मांस आना होता है। इस कारण नींद के समय ऑक्सीजन नहीं आती है और यह सीधे तौर पर हृदय और फेफड़ों को प्रभावित करती है। यही नहीं बाद में यह दिक्कत और भी बढ़ जाती है, इसलिए बच्चे में खर्राटे की आदत हो तो तुरंत चिकित्सक के पास जाना चाहिए। साथ ही कान से तरल पदार्थ बहता हो तब भी हमें चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
अक्सर हम इन छोटी-छोटी बातों को हल्के में लेते हैं और बाद में यह परिवार के लिए किसी बड़ी परेशानी का सबब बनती है। कान से तरल पदार्थ बहना आम बात नहीं होती है। इससे कान के पर्दे को हानि पहुंचती है और इसलिए कान पर किसी भी वस्तु से खारिश न करें बल्कि चिकित्सक के पास ही जाएं। इसके अलावा उन्होंने गले में खाने का अटकना या खारिश होने पर भी चिकित्सक की सलाह को आवश्यक बताया। उनकी मानें तो बीड़ी-सिगरेट पीने वालों में अधिकतर यह समस्या रहती है और बाद में यह कैंसर का भी कारण बनते हैं। ऐसा होने पर चिकित्सक से सलाह आवश्यक है।
इन्होंने किया फोन
हेलो जागरण कार्यक्रम के दौरान खनियारा के रामकृष्ण शर्मा, जवाली के ओंकार, कुनाल होटल से राहुल, रैहन से प्रेम ङ्क्षसह, कांगड़ा से राकेश शर्मा, पालमपुर के शेखर, रक्कड़ के प्रेम चंद, खनियारा के शुभम, नगरोटा बगवां की चाहड़ी के बंटू ने टेलीफोन कर समस्याओं का समाधान पाया।
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