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स्मार्ट सिटी धर्मशाला के स्मार्ट कार्यालय, सोलर रूफ टॉप से लाखों रुपये बिजली बिल की बचत

Smart City Dharamshala स्मार्ट सिटी कई विभागों के लिए वरदान सिद्ध हुई है। आलम यह है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए सोलर रूफ टॉप पाॅवर प्लांट से 10 माह में तीन विभागों ने 10 लाख रुपये की बिजली बचत की है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 04:43 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 04:43 PM (IST)
स्मार्ट सिटी धर्मशाला के स्मार्ट कार्यालय, सोलर रूफ टॉप से लाखों रुपये बिजली बिल की बचत
धर्मशाला स्‍मार्ट सिटी में सरकारी कार्यालयों पर सोलर पैनल स्‍थापित किए जा रहे हैं।

धर्मशाला, राजेंद्र डोगरा। स्मार्ट सिटी कई विभागों के लिए वरदान सिद्ध हुई है। आलम यह है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए सोलर रूफ टॉप पाॅवर प्लांट से 10 माह में तीन विभागों ने 10 लाख रुपये की बिजली बचत की है। धर्मशाला स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से स्मार्ट सिटी के तहत 1.59 करोड़ से क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला, स्पोट्स कांप्‍लैक्स परिसर व नगर निगम के सामुदायिक भवन कोतवाली बाजार में 340 किलो वॉट के पावर प्लांट स्थापित किए गए थे। इन सभी कार्यालयों के प्लांटों ने अक्टूबर, 2019 में कार्य करना शुरू कर दिया था और मौजूदा समय तक गुजरे 10 माह में 10 से 11 लाख रुपये बिजली बिल की बचत हुई है।

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सोलर रूफ टॉप पावर प्लांट में सौर ऊर्जा से बिजली तैयार होती है। जिसके सकारात्मक परिणाम देखते हुए अब स्मार्ट सिटी के दूसरे चरण में चार और कार्यालयों को इन प्लांट से जोडऩे की दिशा में काम शुरू होने वाला है, जिसमें 58 लाख रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी।

पहले चरण में यहां लगे पावर प्लांट

स्मार्ट सिटी के तहत पहले चरण में 1.59 करोड़ की लागत से क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, सामुदायिक भवन कोतवाली बाजार और स्पोट्र्स कांपलैक्स में रूफ टॉप पावर प्लांट स्थापित किए गए हैं। इनमें क्षेत्रीय अस्पताल में 200 किलो वॉट, शिक्षा बोर्ड में 100 किलो वॉट जबकि सामुदायिक भवन व स्पोट््र्स कांपलैक्स में 20-20 किलो वॉट के प्लांट स्थापित किए गए थे। कुल 340 किलो वॉट यानी केडब्ल्यूटी के ये प्लांट लगे थे। अक्टूबर, 2019 में इन प्लांटों ने कार्य करना शुरू कर दिया था और अब तक इनसे 2.59 लाख यूनिट यानी केडब्ल्यूएच बिजली उत्पादन हो चुका है। जिससे करीब 10 से 11 लाख रुपये के बिजली की बचत हुई है।

दूसरे चरण में यहां लगेंगे प्लांट

दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के तहत मंडलायुक्त कार्यालय, उपायुक्त कार्यालय सहित मिनी सचिवालय जबकि पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 110 किलोवॉट के प्लांट 58 लाख रुपये से स्थापित होंगे। इनमें उपायुक्त कार्यालय परिसर समेत मिनी सचिवालय में 80 किलो वॉट जबकि मंडलायुक्त कार्यालय व पुलिस अधीक्षक कार्यालय की छत पर 20-20 किलो वॉट के प्लांट स्थापित होंगे।

बीडीओ कार्यालय में भी लगा है प्लांट

बीडीओ कार्यालय में भी ग्रामीण विकास विभाग की ओर से 3.75 लाख रुपये से 18 किलो वॉट का पावर प्लांट लगाया गया है। पहले इस कार्यालय का बिजली बिल 23 हजार के आसपास था, जो अब 7400 रुपये रह गया है।

सोलर प्‍लांट से हाे रही बचत

धर्मशाला स्‍मार्ट सिटी लिमिटेड के तकनीकी महाप्रबंधक संजीवन धीमान का कहना है स्मार्ट सिटी के तहत दूसरे चरण में उपायुक्त कार्यालय सहित मिनी सचिवालय, मंडलायुक्त कार्यालय व पुलिस अधीक्षक कार्यालय को भी रूफ टॉप पावर प्लांट से जोडऩे की तैयारी है। इसके लिए जल्द ही कार्य शुरू होगा। अभी तक के चार कार्यालय में प्लांट कार्य कर रहा है और 10 माह में 10 से 11 लाख रुपये के बिजली बिल की बचत हुई है।


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