मरोली मूहल में हुई प्रवचनों की अमृतवर्षा
भगवान के नाम का संकीर्तन मनुष्य को संसार सागर से पार लगाता है। उक्त वाक्य पंडित सुमित शास्त्री ने तहसील देहरा के अन्तर्गत पड़ने वाले गांव मरोली मूहल में श्री मद भागवत कथा की पूर्णाहूति पर कहे । शास्त्री ने कहा जो अपने अहंकार के बल पर चलता है वो एक दिन जरूर गिरता है और जो भगवान के सहारे
संवाद सहयोगी, देहरा : भगवान के नाम का संकीर्तन मनुष्य को संसार सागर से पार लगाता है। यह प्रवचन पंडित सुमित शास्त्री ने गांव मरोली मूहल में श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर कही। उन्होंने कहा कि जो अहंकार के बल पर चलता है वे एक दिन जरूर गिरता है और जो भगवान के सहारे चलते हैं वे इस संसार सागर को पार कर जाते हैं। ये मृत्यु रूपी नागिन तभी तक इस जीव के पीछे पड़ी रहती है, जब तक ये जीव भगवत शरण न ले ले। शास्त्री ने इसके बाद भक्तों को सुदामा चरित्र सुना भाव-विभोर कर दिया। आरती व पूर्णाहूति के बाद सैकड़ों भक्तों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर रूपलाल, सुनील, सतपाल शास्त्री, सन्नी, सुशांत, आचार्य उमेश, अंशुल व सार्थक मौजूद रहे।