सेना मेडल से सम्मानित मझीन के बलिदानी सिपाही भाग सिंह के परिवार को 57 साल बाद मिली वार्षिक राशि
ढखड़ के बलिदानी सिपाही भाग सिंह 1965 में जम्मू कश्मीर में भारत -पाक युद्ध में वीर गति को प्राप्त हुए थे। मात्र 25 वर्ष की आयु में भारत मां की रक्षा के लिए जीवन कुर्बान करने वाले वीर सिपाही भाग सिंह को मरणोपरांत सेना मेडल प्रदान किया गया था
ज्वालामुखी, संवाद सहयोगी। उपमंडल ज्वालामुखी के तहत मझीन के गांव ढखड़ के बलिदानी सिपाही भाग सिंह 1965 में जम्मू कश्मीर में भारत -पाक युद्ध में वीर गति को प्राप्त हुए थे। मात्र 25 वर्ष की आयु में भारत मां की रक्षा के लिए जीवन कुर्बान करने वाले वीर सिपाही भाग सिंह को मरणोपरांत सेना मेडल प्रदान किया गया था, जो कि उनकी पत्नी इल्लमी देवी ने ग्रहण किया था। राज्य सैनिक कल्याण विभाग की ओर से प्रत्येक वीरता पुरस्कार प्राप्त सेनानी या उस के परिवार को हर वर्ष अलग अलग वीरता पुरस्कार के लिए अलग अलग स्केल से वार्षिक राशि दी जाती है।
यह राशि प्रति वर्ष दस हजार रुपये जीवनप्रांत हर सैनिक या उस के परिवार को दी जाती है।
इल्लमी देवी को इस सुविधा की जानकारी नहीं थी। लगभग तीन वर्ष पूर्व यह वीरांगना पूर्व सैनिक संगठन खुंडियां के संपर्क में आने से इनका केस स्टेशन हेडक्वार्टर पठानकोट के उस समय के स्टाफ आफिसर कर्नल एमएस राणा को दिया गया। लगभग दो साल की मुशक्कत के बाद सिपाही भाग सिंह का उस समय का गैजेट नोटिफिकेशन हासिल हुआ, तदोपरांत वार्षिक राशि के लिए जिला सैनिक कल्याण विभाग कांगड़ा स्थित धर्मशाला के माध्यम से केस आगे बढ़ाया। इसी महीने इल्लमी देवी को 1965 से अभी तक की वार्षिक राशि प्राप्त हुई है। पूर्व सैनिक संगठन खुंडियां के अध्यक्ष रिटायर्ड कर्नल एमएस राणा ने बताया कि सेना मेडल के लिए मौजूदा समय यह राशि प्रति वर्ष दस हजार रुपये जीवनप्रांत हर सैनिक या उस के परिवार को राज्य सैनिक कल्याण विभाग द्वारा जारी की जाती है जो कि टेक्स फ्री होती है।
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