हिमाचल में कल से खुलेंगे 2501 स्कूल, 50 फीसद स्टाफ आएगा, सिटिंग प्लान सहित हुए ये अहम बदलाव
Himachal School कोरोना महामारी के खतरे के बीच सोमवार से प्रदेश में 2501 स्कूल खुल जाएंगे।
शिमला, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के खतरे के बीच सोमवार से प्रदेश में 2501 स्कूल खुल जाएंगे। राज्य सरकार के निर्देशों के बाद रविवार को स्कूलों में हर क्लास रूम को सैनिटाइज किया गया। स्कूल प्रधानाचार्यों ने ड्यूटी रोस्टर तैयार कर विद्यार्थियों को मैसेज भेज दिया है। वॉटसएप ग्रुप पर यह मैसेज भेजा गया है। वहीं शिक्षक बच्चों और उनके अभिभावकों के साथ बात कर रहे हैं। अभिभावकों को कहा जा रहा है कि यदि वह चाहते हैं तो कक्षा नौवीं से 12वीं तक के बच्चों को परामर्श के लिए स्कूल भेज सकते हैं। स्कूल भेजने के लिए उन्हें कोरे कागज पर लिखकर देना होगा।
सोमवार से ऑनलाइन पढ़ाई की मॉनीटरिंग भी स्कूल से ही होगी। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वह ऑनलाइन पढ़ाई को और ज्यादा रोचक बनाएं। शिक्षकों को कहा गया है कि वह खुद स्कूल में आकर वीडियो लेक्चचर बनाएं, ताकि बच्चों को लगे कि वह क्लास में बैठकर ही पढ़ाई कर रहे हैं।
प्रदेश के कंटेनमेंट जोन के दायरे में आने वाले 300 स्कूल बंद ही रहेंगे। इन स्कूलों में न तो शिक्षक आएंगे न ही छात्र परामर्श के लिए आएंगे। जिला प्रशासन जब इन स्कूलों को ग्रीन जोन तय करेगा, तभी इन स्कूलों में शिक्षकाें को बुलाया जाएगा और छात्रों को भी परामर्श के लिए आने की अनुमति दी जाएगी। प्रदेश में 1872 वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाएं, 929 हाई स्कूल हैं। इसके अलावा 10721 प्राइमरी स्कूल हैं। प्राइमरी स्कूल पूरी तरह से बंद रहेंगे।
सिटिंग प्लान बदला, अब छह फीट की दूरी पर लगाए बेंच
स्कूलों के लिए सरकार की ओर से एसओपी जारी की गई है। सभी स्कूलों ने एसओपी के अनुसार क्लासरूम का सिटिंग प्लान बदल दिया है। क्लास रूम में बच्चों के बैठने के लिए लगाए गए बैंच की संख्या कम कर दी गई है। एक से दूसरे बेंच के बीच छह फीट की दूरी रखी गई है ताकि शारीरिक दूरी के नियमों की पालना हो सके। गेट पर ही सैनेटाइजर होगा। थर्मल स्कैनिंग के बाद ही बच्चें स्कूल में आएंगे।
सर्दी जुखाम के लक्षण वाले बच्चे न आएं स्कूल
स्कूलों के लिए जारी की गई एसओपी में कहा गया है कि यदि किसी में सर्दी जुखाम के लक्षण हो तो वह स्कूल न आए। ऑन लाइन माध्यम से घर पर रह कर ही पढ़ाई करें। शिक्षकों को फोन करके भी वह परामर्श ले सकता है।
एसओपी का करें पालन : सचिव
सचिव शिक्षा राजीव शर्मा का कहना है सोमवार से स्कूलों में 50 फीसद स्टाफ आएगा। इसके लिए प्रधानाचार्यों ने रोस्टर तैयार कर लिया है। स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वह एसओपी का सख्ती से पालन करें।