School Open: स्कूलों में नहीं होगी प्रार्थना सभा, न लगेगी हाजिरी; जानिए शिक्षा विभाग की एसओपी
School Open in Himachal कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच आखिरकार स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू करने का फैसला ले लिया गया है। नौवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की कक्षाएं लगेंगी। विद्यार्थियों को अभिभावकों का सहमति पत्र लाना अनिवार्य किया गया है।
शिमला, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच आखिरकार स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू करने का फैसला ले लिया गया है। नौवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की कक्षाएं लगेंगी। विद्यार्थियों को अभिभावकों का सहमति पत्र लाना अनिवार्य किया गया है। कोरोना की वजह से यदि कोई विद्यार्थी स्कूल नहीं आता तो वह ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेगा। स्कूल और कॉलेजों में हाजिरी अनिवार्य नहीं की है। स्कूल में यदि बच्चों की संख्या ज्यादा है तो स्कूल प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापक सुबह और शाम के सत्र में स्कूल चला सकते हैं। यदि स्कूल में पर्याप्त जगह है तो अलग-अलग सेक्शन बनाकर भी पढ़ाई करवा सकते हैं।
कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार ने 13 मार्च को सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया था। इसके बाद ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। 21 सितंबर से स्कूलों में बच्चों को परामर्श के लिए आने की अनुमति दी थी। बेहद कम विद्यार्थी परामर्श के लिए स्कूल आ रहे थे। स्कूलों में प्रार्थना सभा नहीं होगी, न ही खेलकूद होगी। बच्चों को कक्षा में ही शपथ दिलाई जाएगी कि वे शारीरिक दूरी के नियम का पालन करेंगे, मास्क पहने रखेंगे।
शिक्षा विभाग ने तैयार की एसओपी
- स्कूल और कॉलेज गेट पर हर विद्यार्थी और शिक्षक की थर्मल स्कैनिंग और आक्सीजन लेवल चेक किया जाएगा।
- गेट पर हैंड सैनिटाइजर होगा।
- यदि किसी को सर्दी-जुकाम है तो वह घर पर ही रहेगा।
- शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए छात्र और शिक्षक के बीच छह फीट की दूरी होना अनिवार्य।
- प्रार्थना सभा, खेलकूद प्रतियोगिता नहीं होगी।
- कैंपस में कहीं भी थूकना पूरी तरह वर्जित होगा।
- छात्र, शिक्षक, गैर शिक्षक सभी मास्क पहन कर स्कूल आएंगे।
- स्कूल में हैंड सैनिटाइजर, साबुन रखना अनिवार्य होगा।
- स्कूल में शिक्षकों की हाजिरी रजिस्टर पर ही लगाई जाएगी।
- स्कूल को रोजाना सैनिटाइज करवाया जाएगा।
- शिक्षक किसी भी छात्र पर स्कूल आने का दबाव नहीं बना पाएंगे।