किसानों के लिए मौसम बना मददगार, गेहूं की बिजाई के लिए रुक-रुक कर हो रही बारिश होती है लाभदायक
माैसम की मेहरबानी से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। रुक-रुक कर हो रही बारिश से भूमि में पर्याप्त नमी बन जाएगी।
पालमपुर, जागरण संवाददाता। माैसम की मेहरबानी से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। रुक-रुक कर हो रही बारिश से भूमि में पर्याप्त नमी बन जाएगी। जिसका लाभ किसानों को गेहूं की बिजाई में होगा। साथ ही उन क्षेत्रों मेें किसानों को लाभ मिलेगा जो पूरी तरह से खेती के लिए वर्षा पर ही निर्भर हैं। हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के मौसम विज्ञान केंद्र ने भी पांच दिन में 35 से 40 मिलीलीटर वर्षा की संभावना जताई थी। लिहाजा मंगलवार रात से क्षेत्र में रुक-रुक कर वर्षा हो रहीं है। क्षेत्र में जिन स्थानों में किसानों ने गेहूं की बिजाई अभी नहीं की है, वहां पर उन्हें इस बारिश का भरपूर लाभ मिलेगा।
इसके अलावा जहां पर किसानों ने खेतों में गेहूं की बिजाई कर दी है, वहां बारिश के बाद वह खाद को इसमें डाल सकते हैं। इसके अतिरिक्त हरी सब्जियों के लिए भी यह बारिश संजीवनी बन कर आई है। गोभी, बैंगन, सरसों, मटर आदि हरी सब्जियों के लिए फायदेमंद होगी और फल का आकार बढ़ेगा। आने वाले दो दिनों में मौसम का यहीं रुख रहेगा। जिसके बाद यह साफ होगा तो किसानों को भूमि में पर्याप्त नमी मिलेगी और उसका भरपूर फायदा उठाते हुए अपने खेतों में कार्य कर सकते हैं। प्रदेश में रबी सीजन के दौरान गेहूं के लिए 730 हजार मिट्रिक टन, आलू 29.25 हजार मिट्रिक टन, सब्जी 766.34 हजार मिट्रिक टन का लक्ष्य कृषि विभाग ने रखा है।
एक लाख हेक्टेयर में होती है गेहूं की बिजाई
जिला कांगड़ा में करीबन एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई की जाती है। यहां पर 90 फीसद क्षेत्र में बिजाई का कार्य हो चुका है। 60 फीसदी क्षेत्र वर्षा पर आश्रित है। इसमें करीबन पच्चीस दिन पूर्व बिजाई हो चुकी है। इसके लिए यह बारिश संजीवनी है। पालमपुर, बैजनाथ व कुछ क्षेत्र है, जहां पर अभी बिजाई नहीं हुई है इसमें यह बारिश लाभदायक रहेगी। -डाक्टर एनके धीमान, उपनिदेशक, कृषि विभाग, जिला कांगड़ा।