धर्मशाला टी-20: आराध्य देव श्री इंद्रुनाग की पूजा के बावजूद कैसे हुई बारिश, यह है वजह; जानिए
इस बार एचपीसीए से एक बड़ी चूक हो गई है। बताया जा रहा है जब एचपीसीए पदाधिकारी पूजा करने मंदिर पहुंचे थे तब देवता प्रवास पर थे।
धर्मशाला, राजेंद्र डोगरा। इसे कुदरत का करिश्मा नहीं तो और क्या कहा जाए। जहां बारिश के देवता यानी श्रीइंद्रु नाग रहते हैं वहां सायं चार बजे के बाद मात्र हल्की बूंदाबांदी ही हुई, जबकि धर्मशाला में बारिश का दौर रात आठ बजे तक बदस्तूर जारी रहा। ऐसा पहली बार हुआ जब हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) भगवान श्रीइंद्रु नाग की शरण में पहुंची हो और मैच रद हुआ हो। इससे पहले एचपीसीए के श्रीइंद्रु नाग की शरण में जाने के बाद मैचों का सफल आयोजन हुआ है। लेकिन इस बार एचपीसीए से एक बड़ी चूक हो गई है। बताया जा रहा है जब एचपीसीए पदाधिकारी पूजा करने मंदिर पहुंचे थे, तब देवता प्रवास पर थे। प्राचीन परंपरा के अनुसार भगवान श्रीइंद्रु नाग एक सप्ताह के लिए भ्रमण पर रहते हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बाद श्रीइंद्रु नाग मणिमहेश के पवित्र स्नान के लिए जाते हैं।
एचपीसीए वर्ष 2005 में उस समय भी श्रीइंद्रु नाग के दरबार पहुंची थी जब पाकिस्तान व बोर्ड एकादश के बीच अंतरराष्ट्रीय मैच क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला के लिए प्रस्तावित हुआ था। उस समय गुर खेल (खेलपात्र) का मंदिर में आयोजन हुआ और भगवान श्रीइंद्रु नाग ने गुर के जरिये विशेष पूजा करने का आदेश एचपीसीए को दिया था। एचपीसीए ने भगवान के बताए मार्ग अनुसार विशेष पूजा की और इसके बाद पाकिस्तान व बोर्ड एकादश के बीच सफल मैच हुआ।
इसके बाद एचपीसीए भी श्रीइंद्र्रु नाग के आशीर्वाद को माना ही नहीं गई बल्कि जब भी अंतरराष्ट्रीय मैच धर्मशाला को मिलता था तो सबसे पहले खनियारा स्थित श्रीइंद्रु नाग मंदिर में विशेष पूजा करती रही है। वर्ष 2005 के बाद स्टेडियम में कई मैच हो चुके हैं। वनडे मैचों से पूर्व यहां इंडियन प्रीमियम लीग (आइपीएल) का सबसे पहले वर्ष 2009 और 10 में भी सफल आयोजन हुआ। इसके बाद 23 जनवरी, 2013 को भारत व इंग्लैंड के बीच पहला वनडे मैच हुआ था। 17 अक्टूबर, 2014 को भारत व वेस्टइंडीज तथा 2 अक्टूबर, 2015 को भारत व दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टी-20 जबकि 18 मार्च, 2016 को विश्वकप के तहत ऑस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड के बीच मैच हुआ लेेकिन इस मैच के रद होने से कई सवाल खड़े हो गए हैं।
ऐसा पहली बार हुआ है जब भगवान श्रीइंद्रु नाग की पूजा के बावजूद कोई मैच रद हुआ हो। हालांकि जिस दिन एचपीसीए ने पूजा करवाई थी उस दौरान प्राचीन परंपरा के अनुसार भगवान श्रीइंद्रु नाग एक सप्ताह के लिए भ्रमण पर रहते हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बाद श्रीइंद्रु नाग मणिमहेश के पवित्र स्नान के लिए जाते हैं। -विपिन, पंडित श्रीइंद्रु नाग मंदिर खनियारा।