निजी अस्पतालों में आइसीयू से ज्यादा खर्च ग्लब्ज, मास्क और गाउन का, बीमा कंपनियां भी हैरत में, पढ़ें खबर
निजी अस्पतालों के बिल आम आदमी और बीमा कंपनियों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। इसका बड़ा कारण यह है कि निजी अस्पतालों द्वारा दिए जाने वाले बिल में आइसीयू रूम रेंट व नर्सिंग चार्ज से ज्यादा खर्च ग्लब्ज मास्क गाउन व डिस्पोजल किट आदि का बताया जा रहा है।
शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। Private Covid Hospital, कोरोना संक्रमितों के उपचार में निजी अस्पतालों के बिल आम आदमी और बीमा कंपनियों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। इसका बड़ा कारण यह है कि निजी अस्पतालों द्वारा दिए जाने वाले बिल में आइसीयू, रूम रेंट व नर्सिंग चार्ज से ज्यादा खर्च ग्लब्ज, मास्क, गाउन व डिस्पोजल किट आदि का बताया जा रहा है। यह खर्च हर मरीज के बिल में दिया जा रहा है। निजी अस्पतालों में केवल कोरोना के उपचार का खर्च ही तीन से साढ़े तीन लाख आ रहा है। इसमें न तो कोई आपरेशन और न ही कोई बड़ी बीमारी दर्शाई जा रही है।
बीमा कंपनी को क्लेम के लिए दिए गए बिल के आधार पर में निजी अस्पतालों में सात दिन के आइसीयू का खर्च 50,400 रुपये, रूम रेंट व नर्सिंग चार्ज 41,300 यानी कुल 91,700 रुपये खर्च हो रहा है। ग्लव्ज, मास्क, गाउन व डिस्पोजल किट आदि का खर्च 1,27,088 रुपये दर्शाया जा रहा है। इस खर्च को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। यही कारण है कि बीमा कंपनियों ने भी इस खर्च को देने से इन्कार किया है और ऐसे क्लेम में कटौती की जा रही है।
स्वास्थ्य बीमा क्लेम 70 फीसद से अधिक
कोरोना काल ने स्वास्थ्य बीमा के क्लेम को 70 फीसद तक पहुंचाया है, जबकि सामान्य तौर पर यह 25 फीसद तक ही आते रहे हैं। बीमा क्लेम किए जाने वाले बिलों में उपचार कोविड-19 ही दिया जा रहा है और इसके अलावा और कोई बीमारी नहीं बताई जा रही है। बीमा कंपनियां द्वारा आइसीयू, रूम रेंट व नर्सिंग चार्ज में कोई कटौती नहीं की जा रही है, जबकि ग्लव्ज, मास्क, गाउन व डिस्पोजल किट के खर्च में कैंची चलाई जा रही है।
स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के पास आए क्लेम
- खर्च, क्लेम, पास, कटौती
- रूम रेंट व नर्सिंग चार्ज,41300,41300,00
- आइसीयू फीस,50400,50400,00
- नर्सिंग चार्ज,39726,39726,00
- टेस्ट एमआरआइ आदि,98920,75940,22980
- ग्लव्ज, मास्क, गाउन,127088,75669,51419
- कुल,357434,283035,74399
क्या कहते हैं वित्त सलाहकार
वित्त सलाहकार जेएस पाठक ने कहा निजी अस्पतालों से कोरोना उपचार के लिए जो बिल क्लेम को दिए जा रहे हैं उसमें आइसीयू, से अधिक का खर्च ग्लव्ज, मास्क, गाउन का दर्शाया जा रहा है। इस पर एक से डेढ़ लाख रुपये खर्च होना कई सवाल खड़े करता है। बीमा कंपनियां इन क्लेम में कटौती कर रही है।