डाडासीबा में खस्ताहाल भवन में चल रहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौली, दीवारों में पड़ी दरारें
हिमाचल सरकार प्रदेशभर की प्रत्येक ग्राम पंचायत में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं एवं सुविधाएं देने की दावे करती है लेकिन धरातल स्तर पर सरकार के ये सभी वायदे शून्य ही लग रहे हैं। विकास खंड परागपुर के तहत पड़ती ग्राम पंचायत चौली में सरकारी वायदों की पोल खुल रही है।
डाडासीबा, कमलजीत।भलेेेे ही हिमाचल सरकार प्रदेशभर की प्रत्येक ग्राम पंचायत में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं एवं सुविधाएं देने की दावे करती है, लेकिन धरातल स्तर पर सरकार के ये सभी वायदे शून्य ही लग रहे हैं। विकास खंड परागपुर के तहत पड़ती ग्राम पंचायत चौली में सरकारी वायदों की पोल खुल रही है। ग्राम पंचायत चौली में सैंकड़ों लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए बनाया गया स्वास्थ्य केंद्र का भवन खुद दम तोड़ता हुआ नजर आ रहा है।
पंचायत उप-प्रधान दलीप सिह वर्मा का आराेप है कि दो कमरों मे चल रहे उक्त केंद्र में इलाके भर के लोगों की सेहत की जाचं का जिम्मा सम्भालने वाले स्वास्थ्य कर्मी भी खुद सुरक्षित नहीं हैं। पुराने भवन की दीवारों पर बड़ी बड़ी दरारें साफ नजर आ रही है। यहां तक की उक्त भवन के लैटर का सरिया भी बाहर झांक रहा है। भवन के दरबाजे व खिड़कियां भी धीरे धीरे साथ छोड़ने लगे हैं, लेकिन यहा तैनात सरकारी मुलाजिम इस बेहद खस्ताहाल भवन में अपनी सेवाएं देकर स्थानीय ग्रामीणों की सेहत का उपचार कर रहे है जो कि किसी बड़े खतरे से खाली नहीं है।
उप-प्रधान दलीप सिह वर्मा का आरोप है कि अगर डयूटी टाइम के दौरान कही यह इमारत गिर गई तो भारी तबाही हो सकती है। शायद बाद में विभागीय अधिकारियो के पास अपनी सफाई देने के लिए कोई जबाव नही होगा। पंचायत उप-प्रधान दलीप सिह वर्मा व अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि इस बारे कई बार विभागिय अधिकारियों से मौखिक व लिखित रुप से भी शिकायत की। इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन पर भी इसको लेकर शिकायत की गई है, लेकिन अभी तक किसी भी शिकायत पर कार्रवाई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने उपायुक्त कांगड़ा व प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि जल्द से जल्द चौली पंचायत में स्वास्थ्य केंद्र के लिए नया एवं सुरक्षित भवन बनाया जाए।
खंड स्वास्थ्य अधिकारी डाडासीबा डा. सुभाष ठाकुर ने बताया कि इस संबंध में उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया है और भवन की स्थिति की रिपोर्ट भी प्रेषित कर दी है। नए भवन को स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू होगा।