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President Medal: हिमाचल के पांच पुलिस अधिकारियों को क्‍यों मिला राष्‍ट्रपति मेडल, जानिए उपलब्‍ध‍ियां

Himachal Police Officers President Medal गणतंत्र दिवस के मौके पर हिमाचल प्रदेश के पांच पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्रपति पुलिस मेडल मिला है। एडीजीपी सीआइडी एन वेणुगोपाल एसपी ओमापति जम्वाल एसपी भगत सिंह ठाकुर पीटीसी डरोह में सब इंस्पेक्टर सतपाल जुन्गा में आनरेरी हेड कांस्टेबल राजिंद्र कुमार शामिल हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Tue, 26 Jan 2021 09:50 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jan 2021 12:36 PM (IST)
President Medal: हिमाचल के पांच पुलिस अधिकारियों को क्‍यों मिला राष्‍ट्रपति मेडल, जानिए उपलब्‍ध‍ियां
गणतंत्र दिवस के मौके पर हिमाचल प्रदेश के पांच पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्रपति पुलिस मेडल मिला है।

शिमला, जेएनएन। Himachal Police Officers President Medal, गणतंत्र दिवस के मौके पर हिमाचल प्रदेश के पांच पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्रपति पुलिस मेडल मिला है। इसकी घोषणा गृह मंत्रालय ने की है। इनमें एडीजीपी सीआइडी एन वेणुगोपाल, विजिलेंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो के एसपी ओमापति जम्वाल, एसपी वेल्फेयर भगत सिंह ठाकुर, पुलिस ट्रेनिंग सेंटर (पीटीसी) डरोह में सब इंस्पेक्टर सतपाल, हिमाचल प्रदेश सशस्त्र पुलिस बटालियन जुन्गा में आनरेरी हेड कांस्टेबल राजिंद्र कुमार शामिल हैं। एडीजीपी को उत्कृष्ट सेवाओं और चार अन्य को सराहनीय सेवाओं के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया है। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा हिमाचल के लिए गौरव की बात है कि पांच अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्रपति मेडल मिले हैं। इससे पुलिस बल के मनोबल में बढ़ोत्तरी हुई है।

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आतंकवाद के खिलाफ फ्रंट फुट पर लड़े वेणुगोपल

आइपीएस अधिकारी एन वेणुगोपाल का 25 साल का सेवाकाल उपलब्धियों भरा रहा है। उन्होंने जम्मू- कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ फ्रंट फुट पर लड़ाई लड़ी है। सीआइएसएफ में सेवाएं देकर आतंकवादियों के रूप में घुसपैठ करने वाले देश के दुश्मनों के दांत खट्टे किए। आतंक की जड़ों को सुखाने का कार्य किया। सबसे पहले कांगड़ा के एएसपी पद से कैरियर की शुरुआत की। तब वहां उन्होंने फ्लोरी कल्चर स्कैम, जाली हथियार घोटाला, गैर कानूनी विदेशी करंसी रैकेट का भंडाफोड़ किया। धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा में अहम बदलाव किए। 2000 में कुल्लू के एसपी रहते हुए नशे के खिलाफ बड़ी मुहिम छेड़ी थी।

भगत सिंह ने शुरू करवाई पुलिस कल्याण की योजनाएं

नामी बॉक्सर भगत सिंह ठाकुर ने पुलिस कल्याण के लिए कई योजनाओं को शुरू करवाने में अहम भूमिका निभा पुलिस को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाई। प्रदेश में पुलिस की 19 केंटीन शुरू करवाई। इनसे प्रदेश पुलिस के 18 हजार परिवारों को काफी लाभ पहुंचा। उनके एसपी वेल्फेयर के पद पर रहते हुए पुलिस कर्मचारियों के लिए एक और अहम योजना चलाई गई है। 2019 में सितंबर में इन कर्मचारियों के सेलरी अकाउंट को दुर्घटना बीमा योजना के साथ जोड़ा गया। तीन बैंकों के साथ एमओयू किए गए। इसके तहत बिना किसी शुल्क के यह योजना चलाई जा रही है। वे एसपी इंटेलीजेंस, एसपी किन्नौर, एआइजी टीटीआर भी रहे।

ओमापति ने नशा तस्करों की जड़ों पर की थी चोट

ओमापति जम्वाल ने एसपी शिमला के पद पर रहते हुए युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल में फंसने से बचाया था। उन्होंने नशा तस्करों की जड़ों पर चोट की थी। 2017 में शिमला में चिट्टे के केवल छह केस दर्ज थे। वर्ष 2018 में उन्होंने कार्यभार संभाला तो एक ही वर्ष में ये केस रिकॉर्ड बना गए। इनकी संख्या 70 हो गई थी। इसके बाद अन्य जिलों में भी तस्करों पर कारवाई हुई। अब इन्हें सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस मेडल मिला है। जम्वाल के दिमाग की ही उपज नशा निवारण कमेटियां रही हैं। उन्होंने राज्य पुलिस को प्रस्ताव भेजा था। शुरुआत शिमला जिले से की थी। बाद में यह अवधारणा पूरे प्रदेश में लागू की गई।  इनके एसपी रहते चौपाल थाने को देश के सर्वश्रेष्ठ दस थानों में आंका गया था।


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