गुमनाम शिकायत की पुलिस नहीं करेगी जांच, शिकायतकर्ता को लिखना होगा मोबाइल व आधार कार्ड नंबर
Unknown Complaint हिमाचल पुलिस अब गुमनाम शिकायतों की जांच नहीं करेगी। शिकायतकर्ता को मोबाइल फोन और आधार कार्ड नंबर भी लिखना होगा तभी जांच होगी।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल पुलिस अब गुमनाम शिकायतों की जांच नहीं करेगी। शिकायतकर्ता को मोबाइल फोन और आधार कार्ड नंबर भी लिखना होगा, तभी जांच होगी। यह निर्णय पुलिस अधिकारियों की दो दिन पहले हुई मंडे मीङ्क्षटग में लिया गया। इसकी अध्यक्षता डीजीपी संजय कुंडू ने की थी। एसपी कानून व्यवस्था डॉ. खुशहाल शर्मा ने इसकी पुष्टि की। पुलिस विभाग के पास ऐसी कई शिकायतें आ ही हैं। जिनमें न तो शिकायतकर्ता का नाम लिखा होता है और न ही पता। ऐसे पत्रों की जांच एवं निपटारे में पुलिस का काफी समय लगता है। वहीं जांच के सार्थक नतीजे भी नहीं आ पाते हैं। इसे देखते हुए राज्य पुलिस ने फैसला लिया है कि अब जो भी शिकायतें आएगी, उनमें मोबाइल फोन नंबर के अलावा आधार कार्ड भी लिखना अनिवार्य होगा। इसके लिए पुलिस अधिकारी लोगों को भी जागरूक करेंगे।
डिग्री घोटाले की भी आई थी गुमनाम शिकायत
निजी विश्वविद्यालय के डिग्री घोटाले की भी यूजीसी को गुमनाम शिकायत आई थी। यह मामला हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में उठा था। तब तत्कालीन शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा था कि गुमनाम शिकायत की जांच नहीं हो सकती है। लेकिन, बाद में सरकार ने इसी पर जांच बिठा दी। जांच में एसआइटी ने मानव भारती विवि में बड़ा घोटाला पकड़ा था।
विजिलेंस को भी भेजते हैं ऐसे पत्र
विजिलेंस के पास भी कई गुमनाम शिकायतें आती हैं। इनमें केंद्रीय विजिलेंस आयोग के निर्देशों की पालना की जाती है। वहां भी ऐसी शिकायतों का संज्ञान नहीं लिया जाता
गुमनाम शिकायतों को पुलिस कोई संज्ञान नहीं लेगी। अब शिकायतकर्ता को शिकायत पत्र पर अपना मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर भी देना होगा। उसी सूरत में इस पर कार्रवाई हो पाएगी। -डॉ. खुशहाल शर्मा, एसपी, कानून व्यवस्था।