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रफ्तार ने बुझाया घर का चिराग, पुलिस नहीं लगा पाई टक्‍कर मारने वाली गाड़ी का सुराग

पुलिस अज्ञात वाहन का कोई सुराग नहीं लगा पाई है। इस कारण ग्रामीणों और परिजनों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Wed, 09 Oct 2019 08:37 AM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 08:37 AM (IST)
रफ्तार ने बुझाया घर का चिराग, पुलिस नहीं लगा पाई टक्‍कर मारने वाली गाड़ी का सुराग
रफ्तार ने बुझाया घर का चिराग, पुलिस नहीं लगा पाई टक्‍कर मारने वाली गाड़ी का सुराग

शाहपुर, जेएनएन। तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही ने भारत मां का सपूत, माता-पिता का एकमात्र सहारा और देश से एक बेहतर हॉकी खिलाड़ी छीन लिया है। पुलिस अज्ञात वाहन का कोई सुराग नहीं लगा पाई है। इस कारण ग्रामीणों और परिजनों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है। लदवाड़ा निवासी 25 वर्षीय सिकंदर सगाई के लिए 15 दिन की छुट्टी घर आए थे। वीरवार को ही सगाई हुई थी और घर में खुशी का माहौल था। मार्च में सिकंदर की शादी तय होनी थी। परिजनों ने शादी के लिए तैयारियां शुरू कर दी थीं। खुशी इसलिए भी थी कि  बहन का इकलौता भाई दूल्हा बन रहा था और घर का चिराग माता-पिता के लिए बहू लाने वाला था। दो दिन बाद ही शनिवार को रैत में तेज रफ्तार से आई पंजाब नंबर की गाड़ी ने तमाम खुशियों को झटके में ही छीन लिया।

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सिकंदर हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ी थे तथा राष्ट्रस्तर तक प्रतिभा का लोहा मनवा चुके थे। चार साल पहले जब वह भारतीय सेना की 668 रेजिमेंट में भर्ती हुए थे तो किसान पिता के चेहरे पर सुकून की लकीरों के साथ खुशी भी थी कि आखिर अब उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित है, लेकिन उन्हें क्या पता था कि यह खुशी अधिक दिन तक रहने वाली नहीं है। मंगलवार को देशभर में दशहरे की खुशियां मनाई गई लेकिन शाहपुर का लदवाड़ा गांव शोक में डूबा था। सिकंदर ने 14 अक्टूबर को बठिंडा लौटना था तथा उनके साथी बेसब्री से इंतजार रहे थे कि कब सिकंदर आएगा और वे उससे सगाई की पार्टी लेंगे, लेकिन वहां पहुंची तो सिकंदर की मौत की खबर।

सैन्य सम्मान से हुआ अंतिम संस्कार

सैनिक सिकंदर का मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। लदवाड़ा स्थित श्मशानघाट में हजारों लोगों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि जीजा भूषण ने दी। इस दौरान नायब सूबेदार संजय शर्मा ने रेजिमेंट की ओर से सिकंदर की पार्थिव देह को पुष्पांजलि अर्पित की। सिकंदर इन दिनों 668 रेजिमेंट में बठिंडा में तैनात थे तथा सगाई के लिए घर छुट्टी आए थे। शनिवार को जब वह रैत की ओर मोटरसाइकिल पर आ रहे थे तो उन्हें पंजाब नंबर की गाड़ी ने टक्कर मारकर घायल कर दिया था। परिजनों ने उन्हें डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में भर्ती करवाया था जहां मंगलवार सुबह चार बजे मौत हो गई। कांग्रेस महासचिव केवल ङ्क्षसह समेत अन्य लोगों ने अंतिम यात्रा में भाग लिया।


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