विधायक के बेटे से विवाद के बाद कांस्टेबल की नई तैनाती पर सियासी बवाल, जानिए पूरा मामला
घुमारवीं हलके के विधायक राजेंद्र गर्ग के बेटे से मास्क पहनने को लेकर पुलिस कांस्टेबल से हुआ विवाद सियासी तूल पकड़ गया है।
बिलासपुर, जागरण संवाददाता। घुमारवीं हलके के विधायक राजेंद्र गर्ग के बेटे से मास्क पहनने को लेकर पुलिस कांस्टेबल से हुआ विवाद सियासी तूल पकड़ गया है। दस दिन पहले हुए विवाद के बाद एक पुलिस कांस्टेबल को वहां से अस्थायी तौर पर दूसरी जगह नाके पर तैनात कर दिया है। इस पर अब भाजपा और कांग्रेस में भी खूब घमासान हो रहा है। विधायक के बेटे व शहर में लॉकडाउन डयूटी पर तैनात दो पुलिस कांस्टेबलों के बीच करीब दस दिन पहले मास्क पहनने को लेकर बहसबाजी हुई थी। दोनों कांस्टेबलों ने उसी दिन थाने में जाकर विधायक के बेटे के खिलाफ रोजनामचा में रपट डाल दी थी। इनमें से एक कांस्टेबल को अस्थायी तौर पर दूसरे नाके पर तैनात कर दिया है, जबकि दूसरा यहीं सेवाए दे रहा है।
उन्हाेंने लिखा था कि विधायक के बेटे ने उनकी डयूटी में बाधा डाली और अंजाम भुगतने के लिए भी कहा। इस घटना के एक सप्ताह बाद पुलिस कांस्टेबल को वहां से हटा दिया गया। इसके पीछे पुलिस अधीक्षक की ओर से गडामोडा में दो टैक्सी ड्राइवर के कोरोना पॉजीटिव पाए जााने का हवाला दिया जा रहा है। पुलिस अफसरों का कहना है वहां तैनात तीनों पुलिस कर्मियों को होम क्वारंटाइन भेज दिया गया।
इसी का हवाला देकर अब घुमारवीं हलके की कांग्रेस ने विधायक राजेंद्र गर्ग के खिलाफ यह मुद्दा उछाल लिया है। घुमारवीं कांग्र्रेस का कहना हैै विधायक के बेटे ने कोरोना योद्धा पुलिस कांस्टेबल के साथ मास्क पहनने को लेकर बदतमीजी की और बदले में विधायक ने इसी कारण से उसका तबादला करवा दिया।
उधर, विधायक का कहना है कि मामले की जानकारी न तो उन्हें थी और न ही खुद उनके पुत्र को कि थाने में कांस्टेबलों ने रपट दर्ज कर ली है। उन्होंने कहा उन्हें इस मामले में जानकारी ही कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया में किए जा रहे प्रचार से हासिल हुई है। राजेंद्र गर्ग ने कहा उन्होंने किसी भी पुलिस कर्मी का तबादला करने के लिए नहीं कहा है और न ही तबादला हुआ है। अगर तबादला करवाना होता तो शिकायत करने वाले तो कांस्टेबल दो थे तो एक का तबादला वह क्यों करवाते? उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उनकी व उनके बेटे की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रही है।
यह है रपट
घुमारवीं पुलिस थाने में तैनात कांस्टेबल अजय कुमार व पंकज कुमार ने चार मई की घटना की रोजनामचे में दर्ज की रपट में कहा है कि वह लॉकडाउन के दौरान बस स्टैंड के पास एक सब्जी की दुकान को बंद करवा रहे थे। इस बीच वहां पर विधायक के बेटे बगैर मास्क के आए और जब उन्हें मास्क पहनने के लिए कहा तो वह उनके साथ बहसबाजी पर उतर आए।
एसपी दिवाकर शर्मा ने कहा है कि तबादला नहीं किया गया है, बल्कि पिछले दिनों गडामोडा नाके के अलावा दूसरे कुछ बैरियरों पर तैनात किए गए पुलिस कांस्टेबलों को इसलिए होम क्वारंटाइन कर दिया था क्योंकि वहां पर गुजरात व दिल्ली से आए हुए टैक्सी ड्राइवर कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे। इसके बाद उन्होंने महिला थाना से नीरज कुमार, घुमारवीं थाने से अजय कुमार, कोट थाने से राज कुमार तीनों पुलिस कर्मियों को टेंपरेरी नाके पर तैनात किया है, क्योंकि वहां पर वैकल्पिक इंतजाम करना जरूरी था।