Move to Jagran APP

MTB Himalaya Bycycle Rally : पीएम मोदी के मन को भी भाया साइकिल रैली से पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने का कांसेप्ट

MTB Himalaya Cycle Rally स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने के लिए एमटीबी हिमालया की ओर से आयोजित शिमला-जंजैहली साइकिल रैली का कांसेप्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन को भा गया। रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 90वें संस्करण में प्रधानमंत्री ने इस रैली की खूब तारीफ की।

By Virender KumarEdited By: Published: Sun, 26 Jun 2022 06:11 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jun 2022 06:11 PM (IST)
MTB Himalaya Bycycle Rally : पीएम मोदी के मन को भी भाया साइकिल रैली से पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने का कांसेप्ट
पीएम मोदी के मन को भी भाया साइकिल रैली से पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने का कांसेप्ट।

शिमला, जागरण संवाददाता। MTB Himalaya Cycle Rally, स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने के लिए एमटीबी हिमालया की ओर से आयोजित शिमला-जंजैहली साइकिल रैली का कांसेप्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन को भा गया। रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 90वें संस्करण में प्रधानमंत्री ने इस रैली की खूब तारीफ की।

loksabha election banner

प्रधानमंत्री ने कहा कि 'इस समय मैं जब आपसे बात कर रहा हूं तो हिमाचल में एक अनोखी साइकिल रैली भी चल रही है। मैं इस बारे में आपको बताना चाहता हूं कि स्वच्छता का संदेश लेकर साइकिल सवारों का एक समूह शिमला से मंडी के लिए निकला है। पहाड़ी रास्तों पर करीब पौने दो सौ किलोमीटर की यह दूरी ये लोग साइकिल चलाते हुए ही पूरी करेंगे। इस समूह में बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल हैं।'

23 से 26 जून तक हुई साइकिल रैली

राज्य में पर्यटन गतिविधियों और साइकिलिंग संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए शिमला से जंजैहली (मंडी) तक पहला माउंटेन बाइकिंग कार्यक्रम 23 से 26 जून तक आयोजित हुआ। एमटीबी हिमालय प्रदेश में इस तरह की कई रैलियां करवाता है, पहली बार शिमला-मंडी ट्रैक को चुना गया। हिमालयन एडवेंचर स्पोट््र्स एंड टूरिज्म प्रमोशन एसोसिएशन और हिमाचल पर्यटन विभाग के सहयोग से यह माउंटेन साइकल रैली आयोजित की गई।

इसलिए खास थी यह रैली

रैली का पूरा ट्रैक दुगर्म क्षेत्रों से होकर गुजरा। कभी साइकिलिस्ट समुद्र तल से 2750 मीटर की अधिकतम ऊंचाई वाली सड़कों से गुजरे तो कभी 800 मीटर न्यूनतम ऊंचाई से वह अपने गंतव्य स्थान के लिए निकले। 23 जून को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। साइकिल दौड़ का पहला चरण 24 जून को मशोबरा से चिंडी तक हुआ। रात्रि पड़ाव चिंचडी में किया गया। दूसरा चरण 25 जून को चिंंंडी से जंजैहली तक था। रात्रि ठहराव जंजैहली में हुआ। बाइकिंग के तीसरे चरण का समापन 26 जून को जंजैहली में हुआ। साइकल रैली 180 किलोमीटर की थी। शिकारी माता मंदिर के समीप समुद्र तल से इसकी अधिकतम ऊंचाई 2750 मीटर और न्यूनतम ऊंचाई सतलुज नदी के ऊपर 800 मीटर तत्तापानी में थी। पहले दिन की दौड़ का मार्ग शिमला-संजौली-ढली-मशोबरा-डाक बंग्ला होते हुए हुआ। दूसरे दिन का मार्ग डाक बांग्ला-सीपुर-बल्देया-नालदेहरा-बसंतपुर-चाबा-सुन्नी-तत्तापानी-अलसिड़ी-कोट बैंक-चुराग-चिंडी होगा। तीसरे दिन की दौड़ का मार्ग चिंडी-कोट करसोग बाजार-सनारली-शंकर देहरा-रायगढ़-भूलाह-जंजैहली बाजार होगा। चौथे दिन का मार्ग जंजैहली-जरोल-बनियाद-थुनाग-जरोल-जंजैहली निर्धारित किया गया था।

60 साइकिल सवारों ने लिया भाग

शिमला से शुरू हुई माउंटेन बाइकिंग साइकिल रैली कई मायनों में खास है। शिमला से जंजैहली तक 180 किलोमीटर की दूरी है, जिसमें 60 साइकिल सवार प्रतिभागी शामिल हुए।

2004 से करवा रहे हैं आयोजन: मोहित सूद

एमटीबी हिमाचल के अध्यक्ष मोहित सूद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में इस रैली का जिक्र कर तारीफ की है। 2004 से एमटीबी हिमालया प्रदेश में साइकिल रैलियों का आयोजन करवा रहा है। नेशनल साइकिल चैंपियन को भी एमटीबी हिमाचल ने ही ट्रेंड किया है। इसके अलावा भारतीय साइकिल टीम के जो कोच है उसे भी एमटीबी हिमाचल ने ही ट्रेंड किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.