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शिकारी माता मंदिर में पुलिस की निगरानी में हो रहे दर्शन

सराज घाटी की शिकारी माता मंदिर में पुलिस की निगरानी में भक्‍त दर्शन कर रहे हैं। इससे मंदिर में भीड़ भी नहीं उमड़ रही है।

By Richa RanaEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 03:36 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 03:36 PM (IST)
शिकारी माता मंदिर में पुलिस की निगरानी में हो रहे दर्शन
शिकारी माता मंदिर में पुलिस की निगरानी में हो रहे दर्शन

थुनाग,गगन सिंह ठाकुर। सराज घाटी की शिकारी माता मंदिर में पुलिस की निगरानी में भक्‍त दर्शन कर रहे हैं। इससे मंदिर में भीड़ भी नहीं उमड़ रही है। कोरोना बचाव को लेकर स्थानी प्रशासन ने मंदिर के बाहर दो होमगार्ड जवान तैनात किए हैं। मंदिर में एक मिनट से ज्यादा भक्तों को रुकने नहीं दिया जा रहा है। भीड़ न उमड़े इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। मंदिर के कपाट 10 सितंबर को करीब छह बाद खुले हैं। इससे भक्तों ने मंदिर में आना शुरू कर दिया है। कोरोना बचाव को लेकर मंदिर के बाहर पूरी व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु बगस्याड निवासी गिरधारी लाल उर्फ गगन कुमार ने बताया माता शिकारी के दर्शन छह दिन बाद हुए हैं। माता के दर्शन कर उन्हें प्रसन्नता हुई है। आज सायर पर्व पर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं में ज्यादातर स्थानीय लोग ही शामिल रहे। भक्तों ने माता का आशीर्वाद लिया है। इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालु के लिए नियम बनाए हुए हैं। इसके बाद ही भक्तों को दर्शन करने दिया जा रहा है। मंदिर के बाहर सैनिटाइजेशन व थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की गई है। तय मानकों पर ही दर्शनों की अनुमति दी जा रही है। मास्क के बिना श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में नहीं आने दिया जा रहा है।

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छह माह बाद खुले हैं मंदिर के कपाट

छह महीने बाद मंदिर के कपाट खुले है। इससे लोगों में उत्साह दिखा। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के चेहरे खिल गए। कई सैलानी जगत जननी के दर्शन के लिए पहुंच गए। कोरोना काल में लॉकडाउन के प्रथम चरण से ही मंदिर को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया था। 25 मार्च से मंदिर का कपाट बंद किया गया था। अब होमगार्ड जवान की निगरानी में माता के दर्शन करवाए जा रहे हैं।

एक मिनट से ज्यादा नहीं रूक सकते भक्त

एसडीएम थुनाग पारस अग्रवाल ने कहा कि मंदिर के बाहर 2 होमगार्ड तैनात किए हैं। नियम तोडऩे पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। भक्तों को एक मिनट से ज्यादा मंदिर में नहीं रुकने दिया जा रहा है। शारीरिक दूरी का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।


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