उपचार के लिए धर्मशाला की दौड़
लोगों ने टंग नरवाणा स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र को स्तरोन्नत कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा देने की मांग उठाई है।
संवाद सहयोगी, योल : हर गांव में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं ताकि घर-द्वार प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। आबादी बढ़ने के साथ अब लोगों को नजदीकी क्षेत्र में प्राथमिक उपचार की जरूरत महसूस होने लगी है। इसका माध्यम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) है जहां एक चिकित्सक के अलावा कुछ तकनीकी स्टाफ होता है। इसी तरह टंग नरवाणा एक ऐसा क्षेत्र है जहां 1975 के दौरान स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थापित किया गया था। लोग दो दशक से यहां पीएचसी स्थापित करने की मांग कर रहे हैं ताकि 10 गांवों की 30 हजार आबादी को प्राथमिक उपचार मिल सके। ग्रामीणों ने 2019 में सीएम को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन आज दिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। लोगों ने मुख्यमंत्री से पीएचसी जल्द खोलने की मांग उठाई है।
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टंग नरवाणा में पीएचसी खोलने के लिए सीएम को ज्ञापन सौपा है। पीएचसी खुलने से लोगों को घर द्वार स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। लोगों को धर्मशाला या फिर नगरोटा बगवां जाना पड़ता है।
-सुरेंद्र राणा, पूर्व प्रधान टंग नरवाणा।
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आबादी बढ़ने के साथ नजदीकी स्वास्थ्य सुविधाएं होना जरूरी है, ताकि लोगों को दूरदराज के अस्पतालों में न जाना पड़े। यहां पीएचसी स्थापित करने की जरूरत है। सरकार इस ओर ध्यान दे।
-व्यास देव, ग्रामीण।
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1975 में स्वास्थ्य उपकेंद्र की स्थापना की गई थी, लेकिन अब पीएचसी स्थापित करना जरूरी है। इससे तीस हजार लोग लाभान्वित होंगे।
-प्रवीण कुमार।
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सरकार से पंचायत के माध्यम से मांग कर चुके हैं। सरकार इस मामले पर अवश्य गौर करेगी और लोगों की मांग को पूरा करेगी।
-सुभाष भट्ट।
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इस संबंध में अभी कोई जानकारी नहीं है। जांच करने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
-डा. गुरदर्शन गुप्ता, सीएमओ कांगड़ा।