युवक की मौत के बाद जांच न होने पर परिजनों का पुलिस थाना में प्रदर्शन
People protest in police station rakkad सुनेहत में 18 मार्च को सड़क हादसे में मारे गए साहिल की मौत को परिजनों ने हादसा नहीं हत्या करार दिया।
देहरा, जेएनएन। पुलिस थाना रक्कड़ के तहत सुनेहत में 18 मार्च को सड़क हादसे में मारे गए साहिल की मौत को परिजनों ने हादसा नहीं हत्या करार दिया। वीरवार को युवक के परिजन थाने में पहुंचे और उन्होंने यहां प्रदर्शन किया। साथ ही इस मामले में हत्या का अंदेशा होने पर एफआइआर भी दर्ज करवाई। ग्रामीणों सहित रक्कड़ थाना पहुंचे मृतक साहिल की मां संतोष कुमारी पत्नी राममूर्ति निवासी सुयारू ने बताया कि उनका बेटा 18 मार्च सुबह 11 बजे किसी का फोन आने पर घर से गया था और उसी दिन दोपहर बाद 3:30 बजे जब उसने साहिल को फोन किया तो फोन आशु नाम के लड़के ने उठाया और कहा कि वह उसका दोस्त बोल रहा है और उनके बेटे का एक्सीडेंट हो गया है।
घायल साहिल को गरली अस्पताल ले गए हैं। यह सुनने के बाद जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने बताया कि उसे टांडा अस्पताल रेफर किया गया है। महिला ने कहा कि साहिल के साथ उसका दोस्त और 5-6 लोग थे, जिन्होंने बिना परिजनों की सहमति से साहिल को टांडा पहुंचा दिया, जहां से पीजीआइ रेफर कर दिया गया। पीजीआइ में उपचार दौरान 21 मार्च को साहिल की मौत हो गई। वहीं साहिल के मोबाइल फोन से कॉल रिकार्ड भी गायब हैं और उसके दो अन्य फोन भी गुम हैं। इन सभी बातों से स्पष्ट होता है कि साहिल की एक्सीडेंट नहीं बल्कि हत्या हुई है।
ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन ने मांग की है कि इस मामले की हत्या केस के तहत जांच की जाए। इस मौके पर सुनहेत पंचायत प्रधान आत्मा देवी, रमन शर्मा, सीमा शर्मा, सुरेश धीमान, उजाला देवी, राजू, रंजना, अनुराधा, कांता, सुनीता, पंकज ठाकुर, कंचन, पम्मी आदि सुनहेत के स्थानीय लोग मौजूद रहे। वहीं, थाना प्रभारी सुशील कुमार ने बताया कि उक्त मामले की शिकायत दर्ज कर ली है, मामले की जांच की जाएगी।