एक्यूरेसी कप के दम पर सेना भरेगी विश्व कप की उड़ान
बिलिंग में पहली बार एक ही महीने में दो प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही है। अक्टूबर में बिलिंग का आकाश पूरी तरह से रंग बिरंगे मानव परिंदों की उड़ानों से भरा रहेगा।
मुनीष दीक्षित, बीड़ (बैजनाथ) भारत में पहले पैराग्लाइडिंग विश्व कप का गवाह रही बीड़ बिलिंग घाटी अब सेना के जवानों को भी हवाबाजी के इस खेल में पारंगत करेगी। पहली बार बिलिंग के आकाश में सेना की ओर से आयोजित करवाए जा रहे एक्यूरेसी कप के माध्यम से जवानों को पैराग्लाइडिंग के विश्व कप व प्री वर्ल्ड कप मुकाबलों के लिए तैयार किया जा रहा है। एक्यूरेसी कप के दम पर सेना के जवानों को प्री वर्ल्ड कप व अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए भेजा जाएगा और वहां से मिलने वाली रैंकिंग के दम पर वर्ल्ड कप की राह में शामिल करवाया जाएगा।
सेना इस खेल के लिए खुद जवानों को मानव परिंदों की भांति उड़ान भरने का अभ्यास भी करवाएगी। बीड़ बि¨लग में सेना के तीनों विंगों थल, वायु व नौसेना सहित पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों के लिए कप का आयोजन हो रहा है। हालांकि एक्यूरेसी कप क्रॉस कंट्री से काफी अलग है लेकिन इस बेसिक मुकाबले के बाद विजेता प्रतिभागियों को क्रॉस कंट्री के लिए भी तैयार किया जाएगा। कप में भारत के नामी पैराग्लाइडर पायलट ज्योति ठाकुर, गुरप्रीत ढीढंसा व विजय सोनी भी तकनीकी सेवाएं और सुझाव दे रहे हैं।
'आर्मी ट्रेनिंग नोड चार किस्म का ट्रे¨नग देगी। इसमें सेना के प्रतिभागी अच्छी तरह से प्रशिक्षण ले रहे हैं। अपने स्तर पर सेना व पैरा मिलिट्री फोर्स के बीच राष्ट्रस्तर की यह प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। हमारा प्रयास रहेगा कि ऐसा आयोजन हर साल हो। इसमें आगे आने वाले प्रतिभागियों को पैराग्लाइडिंग के वर्ल्ड कप व अन्य प्रतियोगिताओं में भी भेजा जाएगा।' -अनिल कुमार सामंत्रा, मेजर जनरल ऑफिसर कमांडिंग
बिलिंग में उमड़े विदेशी पायलट
क्रॉस कंट्री के लिए विदेशी पायलटों का जमावड़ा बिलिंग में उमड़ा है। यहां एक ही माह में दो प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही हैं। अक्टूबर में बिलिंग का आकाश रंग-बिरंगे मानव परिंदों से गुलजार होगा। इस माह के अंत में यहां स्थानीय प्रशासन की ओर से आयोजित किए जाने वाली क्रॉस कंट्री प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए विदेशी व स्थानीय पर्यटक बिलिंग पहुंचे हैं। इसके अलावा टेंडम उड़ानों का दौर भी चल रहा है।