पंचायत चुनाव में रोटेशन के बजाय रोस्टर से तय होगा सीटों का निर्धारण, पढ़ें पूरा मामला
Panchayat Election पंचायत चुनाव लडऩे के लिए पांच साल से इंतजार कर रहे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है।
शिमला, जेएनएन। पंचायत चुनाव लडऩे के लिए पांच साल से इंतजार कर रहे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है। हर पंचायत में सीटों का निर्धारण रोटेशन के बजाय रोस्टर से तय होगा। सीट रोस्टर भी नए सिरे से तय करने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। ऐसे में महिला सीट या पुरुष सीट रोटेशन के तहत बदली जानी थी, लेकिन सरकार पंचायत चुनाव में रोटेशन के बजाय रोस्टर को नए सिरे से लागू करेगी। सीटों का निर्धारण महिला, पुरुष, सामान्य वर्ग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति की जनसंख्या के आधार पर तय होगा। इसी तरह की प्रक्रिया वर्ष 2010 में अनुसरण किया गया था और उसके बाद वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव में रोस्टर को आधार मानकर चुनाव हुए थे। इस बार प्रदेश सरकार नए समीकरणों को आधार लेकर सीटों का निर्धारण करेंगी।
पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव में आधी आबादी के लिए पचास फीसद सीटें आरक्षित होती हैं। पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर का कहना है कि इस बार चुनाव में रोटेशन की जगह नई रोस्टर प्रणाली का आधार रहेगा। नई 230 पंचायतों के प्रस्ताव के लिए आपत्तियां आमंत्रित की गई हैं। इनका निपटारा करने के बाद चुनाव प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
जनगणना का आधार 2011 रहेगा
पंचायतीराज चुनाव में जनगणना का आधार वर्ष 2011 रहेगा, लेकिन सीटों को तय करने का फार्मूला नया रहेगा। नए सिरे से सीटों के लिए आरक्षण का निर्धारण किया जाएगा। हो सकता है कि जहां से महिला चुनाव लड़ी थी, इस बार भी महिला के लिए सीट आरक्षित हो। अनुसूचित जाति एवं जनजाति की जनसंख्या में कितनी वृद्धि हुई इस बात को भी मद्देनजर रखा जाएगा।