पालमपुर नगर निगम नहीं, नगर परिषद का होगा विस्तार
नगर परिषद पालमपुर को नगर निगम का दर्जा मिलने की आस लगाए बैठे प
संवाद सहयोगी, पालमपुर : नगर परिषद पालमपुर को नगर निगम का दर्जा मिलने की आस लगाए बैठे पालमपुर के राजनेताओं सहित आम जनता को मायूसी हाथ लगी है। शुक्रवार को शिमला में प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक हुई। ऐसे में सुबह से ही पालमपुर को नगर निगम का दर्जा मिलने की चर्चा होती रही। हालांकि नगर निगम के संबंध में स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में इस बात की पुष्टि कर दी कि पालमपुर को नगर निगम बनाने की जगह पहले चरण में नगर परिषद का विस्तार किया जाएगा। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने तो सोशल मीडिया पर पालमपुर को नगर निगम बनने की बधाई तक दे दी।
उपमंडल प्रशासन भी पालमपुर में नए मिलाए जाने वाले इलाकों को लेकर माथापच्ची करता रहा। प्रशासन ने इसका खाका तैयार कर सरकार तक पहुंचा दिया था, लेकिन मंत्रिमंडल के फैसले के बाद जनता को मायूसी हाथ लगी है। सरकार ने फिलहाल पालमपुर नगर परिषद का विस्तार करने का निर्णय लिया है।
शामिल होंगी 14 पंचायतें
सूत्रों के मुताबिक प्रशासन की ओर से भेजे प्रस्ताव में नगर परिषद में 14 पंचायतें शामिल की गई हैं। इनमें आईमा, घुग्घर, बंदला, बिंद्रावन, टांडा, होल्टा, बनघियार, मारंडा, बनूरी खास, राजपुर, लोहना, कलियाड़कर, खलेट व बनूरी पंचायत को शामिल किया है। नए प्रस्ताव के तहत नगर परिषद की आबादी 3500 से बढ़ाकर 44319 की गई है। वहीं क्षेत्रफल 776 वर्गमीटर से साढ़े 15 वर्ग किलोमीटर किया है।
परिवारों की संख्या में भी बढ़ोतरी
नगर परिषद पालमपुर के तहत आने वाले क्षेत्र में 1020 घर शामिल थे। विस्तार के बाद यह संख्या 15 हजार पार कर गई है। इसमें ग्रामीण इलाकों को शामिल किए जाने से वहां भी शहर की सभी सुविधाएं मिलेंगी।
फिर हो सकता है आंदोलन
पालमपुर को नगर निगम बनाने की मांग को लेकर आगे आई कई संस्थाएं और बुद्धिजीवी लोग सरकार के निर्णय से सकते में हैं। कुछ लोगों ने अभी भी नगर निगम मिलने की आस नहीं छोड़ी है। ऐसे में लोग इस मांग पर फिर आंदोलन की राह पर चल सकते हैं।