Himachal: पौंग बांध पहुंचे 120 प्रजातियों के एक लाख परिंदे, फिर होगी गणना
Foreign Birds In Pong. पौंग बर्ड फेस्टिवल पहली फरवरी से पौंग झील के किनारे नगरोटा सूरियां में वन्य प्राणी विभाग पहली बार एक व दो फरवरी को मनाया जा रहा है।
धर्मशाला/नगरोटा सूरियां, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय रामसर वेटलैंड पौंग बांध में कितनी प्रजातियों के कितने विदेशी परिंदे पहुंचे हैं, इसकी जानकारी वार्षिक गणना में सामने आएगी। इस बार वाइल्ड लाइफ विंग विदेशी परिंदों की गणना 30 व 31 जनवरी को करवाएगा। गणना में वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया समेत वाइल्ड लाइफ व वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी शामिल होंगे। इसके लिए वाइल्ड लाइफ की ओर से दिल्ली व चंडीगढ़ बर्ड क्लबों समेत विभिन्न क्लबों व पक्षी प्रेमियों को भी निमंत्रण भेजा गया है।
वार्षिक गणना के लिए कुल 25 टीमें बनाई गई हैं और प्रत्येक टीम में तीन से चार सदस्य होंगे। पहली जनवरी को हुई रूटीन गणना में 120 प्रजातियों के एक लाख से ज्यादा प¨रदे पौंग बांध में दर्ज किए गए हैं। हालांकि इनकी संख्या वार्षिक गणना के दौरान बढ़ने की उम्मीद है। इस बार झील में आठ वर्ष पहले जो पक्षी आया था, उसे फिर झील में देखा गया। बार हैडिड गीज नामक इस पक्षी को वन्यप्राणी विभाग ने आठ साल पहले रिंग डाला गया था। इसके अलावा झील में नोर्दन लेप विग बीस, पाइड ऐवोसेट नामक पांच पक्षी झील में पहुंचे हैं। वहीं, बार हैडिड गीज प्रजाति के करीब 45,000 हजार पक्षी, कॉमन टील, ब्लैक हैडिड गल, कौमन पोचार्ड इत्यादि प्रवासी पक्षी झील में दस्तक दे चुके हैं।
विभाग के एसीएफ अजय कुमार शर्मा व वन्य प्राणी विभाग के धर्मशाला सर्किल के अरण्यपाल प्रदीप ठाकुर के मुताबिक वार्षिक गणना में वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अधिकारी भी भाग लेंगे। पौंग बर्ड फेस्टिवल पहली फरवरी से पौंग झील के किनारे नगरोटा सूरियां में वन्य प्राणी विभाग पहली बार एक व दो फरवरी को दो दिवसीय पौंग बर्ड फेस्टिवल मनाने जा रहा है। यह जानकारी वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ हमीरपुर राहुल रोहाने ने शनिवार को नगरोटा सूरियां में दी। उनके साथ नगरोटा सूरियां के एसीएफ अजय कुमार शर्मा भी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि इस बर्ड फेस्टिवल में एक ओपन साइकिल रैली तथा बर्ड वाचिंग भी करवाई जाएगी। इस तरह का यह पहला बड़ा कार्यक्रम नगरोटा सूरियां में होगा। इसके अलावा पौंग झील में वोटिंग स्पर्धा भी करवाई जाएगी तथा एक प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है।
प्रदर्शनी में हिमाचल की कलाकृतियों को दर्शाया जाएगा और प्रदर्शनी के दौरान हिमाचल के मेले, पकवान व कपड़ों की प्रदर्शनी के अलावा प्रदेश के मंदिरों के बारे में भी बताया जाएगा। प्रदर्शनी के दौरान झील में आने वाले प्रवासी पक्षियों की जानकारी भी दी जाएगी और उनकी अलग प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। साइकिल रैली में स्कूली बच्चों के अलावा पर्यटक भी भाग ले सकते हैं।