पुरानी पेंशन योजना बहाली के लिए आमरण-अनशन पर निशा
पुरानी पेंशन बहाली और अन्य मांगों को लेकर अखिल भारत हिदू महासभा की पदाधिकारी निशा कटोच ने वीरवार को उपायुक्त कार्यालय के बाहर आमरण अनशन शुरू कर दिया। प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार को 15 दिन के अल्टीमेटम के बावजूद मांग पूरी न होने पर महासभा ने आमरण अनशन का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : पुरानी पेंशन योजना बहाली व अन्य मांगों के समर्थन में अखिल भारत हिदू महासभा की पदाधिकारी निशा कटोच ने वीरवार को उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला के बाहर आमरण अनशन शुरू कर दिया। प्रदेश व केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम देने के बावजूद मांगें पूरी न होने पर महासभा ने आमरण-अनशन का फैसला लिया है।
निशा कटोच ने कहा कि सरकार के मंत्री और विधायक पेंशन और यात्रा भत्ते बढ़ा रहे हैं पर सरकारी कर्मचारियों को 30 से 40 साल तक विभिन्न विभागों में सेवाएं देने के बाद उनकी सेवाओं के तहत सुविधाएं नहीं मिलेंगी। सरकार द्वारा पांच साल तक विधायक या सांसद रहने वाले नेताओं को पेंशन के साथ अन्य सभी सुविधाएं दी जाती हैं तो उन कर्मचारियों को भी वह सुविधाएं मिलनी चाहिए जिन्होंने आधी उम्र सरकारी नौकरी में रहकर लोगों के लिए काम किया है। इस मौके पर निशा कुमारी, सौरभ वैद्य, अनिश धीमान, मंजीत कुमार, सहित अन्य उपस्थित रहे।
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कर्मचारी संघर्ष मोर्चा समर्थन में उतरा
संवाद सहयोगी, पालमपुर : आमरण अनशन पर बैठी निशा कटोच के समर्थन में कर्मचारी संघर्ष मोर्चा उतरा है। मोर्चा अध्यक्ष प्रवीण कुमार, महासचिव अरुण कानूनगो, वरिष्ठ सलाहकार भारत भूषण, मीडिया प्रभारी शैलेंद्र मिन्हास, महिला विग अध्यक्ष रीता डोगरा, अंजू बाला, सुषमा देवी, निरुपमा, अंजना शर्मा, सचिव कपिल राज अंगारिया, अनिल कुमार, अजय अवस्थी, चरणजीत, अरविद शर्मा, दिनेश पठानिया, मदर टेरिसा एनजीओ सदस्य बबली शर्मा, शेलेंद्र सूद, विवेक शर्मा, सुशील कुमार, चंद्र मोहन, शालिनी महाजन, रविद्र शर्मा ,अतुल दीक्षित, सुभाष शर्मा, अश्वनी सिपहिया, मनदीप सिपहिया आदि ने कहा कि नेता कर्मचारियों को समानता का हक दें और सभी पर एनपीएस लागू हो अन्यथा इसे जल्द बंद किया जाए। उन्होंने बताया कि मोर्चा के कर्मचारी 22 सितंबर को सुबह 10 बजे धर्मशाला में निशा कटोच की लड़ाई में शामिल होंगे।