कांगड़ा में किसानों को दी संतुलित आहार की जानकारी, 60 वेजिटेबल किट किए वितरित
1 से 30 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत देश से कुपोषण को मिटाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा द्वारा जन समुदाय को जागरूक किया जा रहा है।
कांगड़ा, जेएनएन। कुपोषण भारत के लिए एक बड़ी गंभीर समस्या है। इसे दूर करने के लिए पूरे देश में पोषण माह अभियान मनाया जा रहा है।1 से 30 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत देश से कुपोषण को मिटाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा द्वारा जन समुदाय को जागरूक किया जा रहा है। गुरुवार को भी 40 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को केंद्र द्वारा पोषण वाटिका यूनिट बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
इस मौके पर नगर परिषद कांगड़ा के पूर्व अध्यक्ष अशोक शर्मा मुख्यअतिथि रहे। उन्होंने कहा कि हर किसी व्यक्ति को स्वस्थ्य रहने के लिए संतुलित आहार और स्वच्छ वातावरण की आवश्यकता होती है इसलिए ज्यादा से ज्यादा अपने आहार में अनाज और फल सब्जी लेनी चाहिए और पोषण वाटिका इसका एक बहुत अच्छा माध्यम है। केंद्र के प्रभारी डॉक्टर भूपिंद्र मनकोटिया ने बताया कि न्यूट्री गार्डन से बेहतर तरीके से सब्ज़ी की खेती कर कुपोषण से केंद्रएपरिवार व समाज को बचाया जा सकता है। डॉक्टर नीतू शर्मा ने कहा कि इस वर्ष पोषण माह 2020 दो मुख्य उद्देश्य पर आधारित है। पहले अति कुपोषण बच्चों को चिन्हित और उनकी मोनिटरिंग करना तथा दूसरा न्यूट्री गार्डन अथवा पोषण वाटिका को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान है। उन्होंने कुपोषण से बचने के लिए स्थानीय संसाधनों के प्रयोग व पोषण संवेदन थाली के बारे में अवगत करवाया।
कार्यक्रम में इफको की सहभागिता से केंद्र द्वारा उपस्थित 40 आंगनबाड़ी कार्यकताओं को वेजिटेबल किट व अन्य बीज वितरित किए गए। इस अवसर पर केंद्रे के अन्य वैज्ञानिकों डॉक्टर संजय शर्मा व डॉक्टर दीप कुमार ने पोषण का जीवन में क्या महत्व होता है तथा सामुदायिक प्रयासों से कुपोषण को कैसे कम किया जा सकता है के बारे में विस्तृत रूप से बताया । इफको के क्षेत्र अधिकारी श्री श्रेय सूद ने इस मौके पर इफको के कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी ।पोषण माह की श्रृंखला में केंद्र द्वारा प्विभिन्न शिविरों व डिजिटल माध्यम जैसे कि व्हाट्सएप मेसज एऑडियो व वीडियो क्लिप्स से पोषण सम्बंधित जानकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व महिलाओं को दी जा रही है। केंद्र ने कांगड़ा जिला के गांव मझेटलीए तरसुह व मलां में किसानों को देसी अनाजों के उपयोग व संतुलित आहार की जानकारी देते हुए 60 वेजिटेबल किट्स वितरित किए।