नर्स भर्ती में ठेकेदारी प्रथा के विरोध में उठी आवाज
workers union against thekedari cultural, टांडा में ठेके पर नर्सो व ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट (ओटीए) के पद भरने की प्रक्रिया का विरोध शुरू हो गया है।
जेएनएन, टांडा। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में ठेके पर नर्सो व ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट (ओटीए) के पद भरने की प्रक्रिया का विरोध शुरू हो गया है। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ व नर्सिग एसोसिएशन टांडा ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। टांडा मेडिकल कॉलेज में नर्सो के 144 व ओटीए के नौ पद भरने के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। यहां जारी बयान में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष एसएस राणा ने कहा कि उक्त पदों को भरने की प्रक्रिया सरकार के माध्यम से पूरी की जाए।
उनका कहना है कि लाखों रुपये खर्च कर माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं और उन्हें ठेकेदार के अधीन कार्य करने के लिए बाध्य करना उचित नहीं है। उच्च शिक्षा हासिल कर बच्चों को ठेकेदारों के अधीन काम करना न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग में सभी तरह के पद सरकार के माध्यम से भरे जाएं। सरकार चाहे रोगी कल्याण समिति के माध्यम से भर्ती करे या अनुबंध आधार पर नियुक्तियां की जाएं, लेकिन ठेकेदार के अधीन नहीं।
उधर, नर्सिग एसोसिएशन टांडा इकाई की अध्यक्ष बृजबाला कटोच ने भी स्वास्थ्य विभाग में ठेकेदारी प्रथा का विरोध किया है। उनका कहना है कि ठेकेदार के माध्यम से नर्सो व ओटीए के पद भरना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार अनुबंध और आरकेएस के तहत इन पदों को भरे, ठेकेदार के माध्यम से भर्ती का कोई औचित्य नहीं है।