नर्सो के आंदोलन को मिला कर्मचारी संगठनों का समर्थन
employees union in favour of nurses union protest ठेके पर नर्सो की भर्ती के विरोध में ट्रेंड नर्सिग एसोसिएशन के आंदोलन को समर्थन दिया है।
टांडा, जेएनएन। ठेके पर नर्सो की भर्ती के विरोध में ट्रेंड नर्सिग एसोसिएशन के आंदोलन का अन्य कर्मचारियों का भी समर्थन मिला है। प्रदेशभर में नर्से आउटसोर्स पर भर्ती का काले बिल्ले लगाकर विरोध कर रही हैं। टांडा मेडिकल कॉलेज में आंदोलन के दूसरे दिन भी ट्रेंड नर्सो ने काले बिल्ले लगाकर काम किया। नर्सो का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांग को नहीं मानती वे इस तरह आंदोलन जारी रखेंगी।
वीरवार को जारी बयान में नर्सिग एसोसिएशन टांडा इकाई की अध्यक्ष बृज बाला कटोच ने बताया कि उनके आंदोलन का समर्थन इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज व सहयोगी अस्पताल कर्मचारी यूनियन ने समर्थन किया है। जारी बयान में संघ के अध्यक्ष सुखदेव वर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीरा शर्मा व महासचिव रजनीश पुनिया ने सरकार से मांग की है कि किसी भी काडर में आउटसोर्स के माध्यम से भर्ती न की जाए। यह न तो सरकार और न ही जनता के हित में है। इससे केवल ठेकेदारी प्रथा का बढ़ावा मिल रहा है। इससे लोगों को भी फायदा नहीं मिल रहा है।
नर्सिग एसोसिएशन टांडा इकाई की अध्यक्ष बृज बाला कटोच ने बताया कि 18 फरवरी को भारतीय नर्सिग एसोसिएशन की पदाधिकारी व सदस्य प्रदेशाध्यक्ष ज्योति वालिया, उपाध्यक्ष ऊषा मेहता व महासचिव उर्मिल गुलेरिया के नेतृत्व में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री से नर्सो की भर्ती अनुबंध आधार पर करने की मांग की थी, लेकिन इस मांग पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। नर्सिग एसोसिएशन की कांगड़ा इकाई की महासचिव श्रेष्ठा, अंजना व अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि नर्सिग की पढ़ाई पर लाखों रुपये खर्च कर ठेकेदार के अधीन काम करना न्यायोचित नहीं है। अगर सरकार ने ठेकेदारी प्रथा को बंद नहीं किया तो उन्हें उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।