लाखों रुपये कमाने वाला नूरपुर का नामी पहलवान कोरोना काल में बन गया कुली Kangra News
Wrestler Golu लाखों रुपये कमाने वाला कांगड़ा जिला के नूरपुर का निवासी नामी पहलवान 29 वर्षीय गोलू कोरोना काल में मजदूरी करने के लिए मजबूर हो गया है।
नूरपुर/मंडी, जेएनएन। लाखों रुपये कमाने वाला कांगड़ा जिला के नूरपुर का निवासी नामी पहलवान 29 वर्षीय गोलू कोरोना काल में मजदूरी करने के लिए मजबूर हो गया है। वह परिवार का पेट पालने के लिए करीब दो महीने से मंडी के एक सरकारी गोदाम में कुली का काम कर रहा है। गोलू को काफी भटकने के बाद भी अपने क्षेत्र में काम नहीं मिला था। कोरोना के कारण जब देश में लॉकडाउन हुआ तो गोलू पहलवान ने जो जमापूंजी थी, उससे अपना व परिवार का पालन पोषण किया। जब जमापूंजी खत्म हो गई तो उसे मजदूरी करनी पड़ी। उसने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि कुश्ती प्रतियोगिताओं पर लगा प्रतिबंध जल्द हटाया जाए ताकि प्रदेश के पहलवान दमखम दिखाकर रोजी रोटी कमा सकें।
प्रदेश में सिर्फ स्थानीय पहलवानों के बीच ही दंगल करवाए जाएं और अन्य राज्यों के पहलवानों को फिलहाल न बुलाया जाए। गोलू ने करीब पांच वर्ष पहले पहलवानी शुरू की थी। उत्तर भारत की कोई ऐसी बड़ी प्रतियोगिता नहीं है जिसमें उसने दमखम न दिखाया हो। वह अब मंडी में एक सरकारी गोदाम में कुली का काम कर रहा है। उसकी पत्नी व बेटा नूरपुर स्थित घर पर हैं। गोलू ने बताया कि वह पहलवानी से हर साल दो से ढाई लाख रुपये कमा लेता था। इन दिनों उसे एक क्विंटल भार ढोने के बदले में पांच रुपये मिलते हैं। वह महीने में आठ से 10 हजार रुपये कमा पा रहा है।