विधायक राकेश पठानिया ने किया विकास का दावा, कांग्रेस ने ठुकराया
Nurpur MLA report card विधायक राकेश पठानिया ने एक साल में विकास का दावा कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस इसे ठुकरा रही है।
नूरपुर, जेएनएन। प्रदेश सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है, तो अब लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी बिसात पर विधायकों की कसौटियां भी हैं। विधायक राकेश पठानिया अपने मौजूदा कार्यकाल के दौरान नूरपुर क्षेत्र की मांगों व समस्याओं को प्रमुखता से विधानसभा के भीतर व बाहर उठा रहे हैं। नूरपुर क्षेत्र के विकास के लिए वह कई योजनाओं को मंजूर करवाने में सफल भी रहे हैं। एक साल के कार्यकाल को जहां भाजपा कार्यकर्ता व विधायक राकेश पठानिया अभूतपूर्व बता रहे हैं, जबकि कांग्रेस मौजूदा विधायक के कार्यकाल को निराशाजनक बता रही है। दैनिक जागरण ने विधायक के एक साल के कार्यकाल के लेखे जोखे के साथ भाजपा नेता एवं विधायक राकेश पठानिया व पूर्व विधायक अजय महाजन से बात की।
क्या आप एक साल के कार्यकाल से संतुष्ट हैं?
विधायक के रूप में मेरा एक साल का कार्यकाल ऐतिहासिक रहा है, जिसका मुझे गर्व है। मात्र एक साल के कार्यकाल में नूरपुर के खोये हुए नूर को वापस लाने का प्रयास किया है व नूरपुर क्षेत्र के विकास को एक नई दिशा दी है।
वादों पर कितना खरा उतरे?
चुनाव के दौरान जो वादे किए थे उन्हें पूरा किया जा रहा है। चुनाव के दौरान नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा ने अधिकृत दृष्टिपत्र जारी किया था। नूरपुर के खन्नी क्षेत्र में इंडस्ट्रीयल पार्क मंजूर करवाया है, जो हिमाचल का सबसे बड़ा इंडस्ट्रीयल पार्क होगा। सदवां में पुलिस चौकी खुलवाई व नूरपुर को पुलिस जिला बनाने का प्रयास किया जा रहा है। नूरपुर अस्पताल को दो सौ बिस्तर का दर्जा दिलाया है व अस्पताल में डायलिसिस सेंटर खोला है।
कोई बड़ी योजना जिसे मंजूरी दिलाई?
ब्रिक्स के तहत 65 करोड़ की सिंचाई एवं पेयजल योजना मंजूर करवाई है। फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना के निर्माण के लिए 10 करोड़ मंजूर करवाए हैं। नूरपुर शहर में शहीद स्मारक मंजूर करवाया गया है। निसंदेह इन कार्यों का लाभ लोकसभा चुनाव में मिलेगा।
विधानसभा में क्या मुद्दे उठाए?
हर सत्र में नूरपुर से जुड़े मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से उठाया गया है। अवैध खनन व स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी आवाज बुलंद की गई है। नूरपुर सहित इसके साथ जुड़े कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर नशे का कारोबार अधिक है, इसलिए नूरपुर को जिला पुलिस का दर्जा देने की मांग भी विस मुख्य रूप से रखी है।
क्या कहते हैं प्रतिद्वंद्वी
फिलहाल कोई नया काम नूरपुर में शुरू नहीं हुआ है। पिछली सरकार के दौरान चल रहे विकास कार्य ही चल रहे हैं। आने वाले समय में ही विधायक के कार्यकाल का अवलोकन किया जा सकता है। अभी तक विधायक अपने चुनावी वादों को नही निभा पाएं हैं। लोकसभा के चुनावों में विधायक की नाकामियां लोगों के बीच लेकर जाएंगे। -अजय महाजन, पूर्व विधायक।
क्या कहते हैं लोग
विधायक राकेश पठानिया का एक साल का कार्यकाल ऐतिहासिक रहा है। उन्होंने नूरपुर क्षेत्र में इंडस्ट्रीयल पार्क मंजूर करवाया है। नूरपुर अस्पताल को अति आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है व नूरपुर में युद्ध स्मारक मंजूर करवाया गया है। नूरपुर में डायलिसिस की सुविधा शुरू कराई गई है। सतपाल धीमान, नागाबाडी।
विधायक राकेश पठानिया ने नूरपुर के विकास को नई दिशा प्रदान की है। ब्रिक्स के तहत 65 करोड़ की ङ्क्षसचाई एवं पेयजल योजनाओं को मंजूरी दिलाई है। सदवां में पुलिस चौकी खुलवाई है व फिन्ना ङ्क्षसह नहर के लिए बजट मंजूर करवाया है। - सिकंदर राणा, पंदरेहड़
विधायक का एक साल का कार्यकाल निराशाजनक रहा है। पिछले कांग्रेस सरकार के समय की योजनाओं के शिलान्यास व उदघाटन करके झूठा श्रेय लिया जा रहा है। सिर्फ घोषणाएं हो रही है, लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा। -विशाल शर्मा, जसूर
विधायक का एक साल का कार्यकाल कोरी घोषणाओं में निकल गया है। कोई भी योजना धरातल पर नही है। जो योजनाएं पिछली सरकार ने मंजूर करवाई थी उनका श्रेय लिया जा रहा है। विकास की रफ्तार थम गई है। सुशील मिन्टू, जसूर।