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कॉलेज विद्यार्थियों को प्रमोट न करने पर एनएसयूआइ ने किया प्रदर्शन, सरकार व विवि प्रशासन को दी चेतावनी

एनएसयूआइ देहरी के नेतृत्व में आज महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने समाजिक दूरी का पालन करते हुए गुरु रविदास मंदिर फतेहपुर से तहसीलदार कार्यालय तक प्रदर्शन किया।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 04:19 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 04:19 PM (IST)
कॉलेज विद्यार्थियों को प्रमोट न करने पर एनएसयूआइ ने किया प्रदर्शन, सरकार व विवि प्रशासन को दी चेतावनी
कॉलेज विद्यार्थियों को प्रमोट न करने पर एनएसयूआइ ने किया प्रदर्शन, सरकार व विवि प्रशासन को दी चेतावनी

‌फतेहपुर, जेएनएन। एनएसयूआइ देहरी के नेतृत्व में आज महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने समाजिक दूरी का पालन करते हुए गुरु रविदास मंदिर फतेहपुर से तहसीलदार कार्यालय तक प्रदर्शन किया। तहसीलदार के माध्यम से राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा गया।विश्वविद्यलय प्रशासन और  राज्य सरकार के परीक्षाओं के निर्णयों से मानसिक प्रताड़ना झेल रहे छात्र दुविधा की स्थिति में हैं। कोराना संकट के कारण सारा संसार असमंजस की स्थिति में है, भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया है ऐसे में विश्वविद्यालय हर दूसरे दिन  परीक्षा तिथि जारी कर रहा है, न तो विद्यार्थियों की परीक्षाएं ली जा रही हैं और न ही उन्हें प्रमोट किया जा रहा है।

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एनएसयूआइ प्रदेश अध्यक्ष छतर ठाकुर ने कहा जब तक विद्यार्थियों को प्रदेश सरकार मानसिक प्रताड़ना देती रहेगी, तब तक एनएसयूआई छात्रों के हितों के लिए आवाज बुलंद करती करेगी। एनएसयूआई प्रभारी अमर कुमार ने कहा राज्य सरकार और विश्वविद्यालय छात्रों के जीने के अधिकार का शोषण कर रहे हैं उनके प्राणों को संकट में डाल रहे हैं। एक तरफ तो आईआईटी और एनएलयू के छात्रों को प्रमोट कर दिया गया है लेकिन अन्य छात्रों को यह सुविधा नहीं यह समानता के मौलिक अधिकार का सीधा हनन है।

एनएसयूआइ सह प्रभारी देहरी वीर सिंह, अध्यक्ष पुनीत धीमान, प्रदेश काग्रेस कमेटी सचिव रीता धीमान और युवा कांग्रेस फतेहपुर अध्यक्ष जगजीत सिंह ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्‍होंने कहा हम सभी छात्र हितों कि इस लड़ाई में एनएसयूआइ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। प्रदेश सरकार को छात्रों के अधिकारों और प्राणों की रक्षा करनी होगी, उन्हें प्रमोट करना होगा अन्यथा एनएसयूआई भूख हड़ताल का सहारा लेगी। मांग न मानने पर विश्वविद्यालय और सचिवालय का घेराव करेगी।


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