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स्‍मार्ट सिटी धर्मशाला में बदहाल सफाई व्‍यवस्‍था, इस वजह से नहीं हो पा रही करोड़ों के भूमिगत कूड़ेदान की सफाई

स्मार्ट सिटी धर्मशाला में सफाई व्यवस्था स्मार्ट नहीं हो पाई है। हालांकि शहर में दोहरी सफाई व्यवस्था है। बावजूद इसके व्यवस्था का दम फूल गया है। आलम यह है कि शहर में करोड़ों रुपये खर्च कर स्थापित किए गए भूमिगत कूड़ेदानों की सफाई नहीं हो पा रही है।

By Richa RanaEdited By: Published: Thu, 26 May 2022 12:33 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2022 12:33 PM (IST)
स्‍मार्ट सिटी धर्मशाला में बदहाल सफाई व्‍यवस्‍था, इस वजह से नहीं हो पा रही करोड़ों के भूमिगत कूड़ेदान की सफाई
शहर में करोड़ों रुपये खर्च कर स्थापित किए गए भूमिगत कूड़ेदानों की सफाई नहीं हो पा रही है।

धर्मशाला, राजेंद्र डोगरा। स्मार्ट सिटी धर्मशाला में सफाई व्यवस्था स्मार्ट नहीं हो पाई है। हालांकि शहर में दोहरी सफाई व्यवस्था है। बावजूद इसके व्यवस्था का दम फूल गया है। आलम यह है कि शहर में करोड़ों रुपये खर्च कर स्थापित किए गए भूमिगत कूड़ेदानों की सफाई नहीं हो पा रही है। इसकी वजह भूमिगत कूड़ेदानों की सफाई के लिए रखे गए दो वाहनों में से एक खराब है, तो दूसरा भी जुगाड़ के सहारे ही चल रहा है। इसके अलावा शहर में कई स्थान ऐसे भी हैं जहां बिजली की तारें इनके ऊपर से गुजर रही हैं। इस वजह से भी सफाई व्यवस्था में अड़चन खड़ी हो रही है।

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शहर में दोहरी सफाई व्यवस्था के तहत डोर-टू-डोर सफाई कर्मी कूड़ा एकत्र करते हैं। साथ ही सार्वजनिक स्थलों की अलग से सफाई रहते हैं। वहीं जिन क्षेत्रों में सफाई कर्मी नहीं पहुंच पा रहे, वहां पर वाहन की व्यवस्था भी की गई है। ये वाहन भी सुबह के समय शहर की हर गली से गुजारा जाता है, लेकिन बावजूद इसके उपरोक्त भूमिगत कूड़ेदानों की सफाई मसला लटका हुआ है। इस संबंध में 13 मई को हुई नगर निगम की बैठक में बकायदा मामला विपक्षी पार्षदों ने पूर्व महापौर एवं पार्षद देवेंद्र जग्गी के नेतृत्व में उठाया था। लेकिन इसके बाद भी इस दिशा में कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आ सका है।

शहर के कई स्थानों में भूमिगत कूड़ेदानों को जुगाड़ से किया गया है बंद

शहर में भूमिगत कूड़ेदानों की पुख्ता सफाई न होने से कई स्थानों में भूमिगत कूड़ेदानों को बंद करना पड़ा है। इसकी वजह यह है कि इन कूड़ेदानों को खाली करने वाला दो वाहनों में से एक खराब पड़ा है, तो दूसरा का रिमोड पूर्णतया काम नहीं करता। जिस कारण लेफ्ट दिशा के कई भूमिगत कूड़ेदानों के डिब्बे खाली नहीं हो पा रहे हैं। अब इनकी समस्या के कारण कई स्थानों पर तो इन्हें जुगाड़ से बंद कर दिया गया है, ताकि इनसे राहगीरों को आवाजाही में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

यह बोले पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी

खराब पड़े वाहनों को ठीक कराने व सफाई व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए आमसभा में मामला लाया गया था। जिस पर चर्चा भी की गई थी और इन वाहनों को दुरुस्त कराने के निर्देश भी दिए गए, लेकिन बावजूद इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। जल्द इस दिशा में महापौर व आयुक्त से मिलकर सकारात्मक कदम उठाया जाएगा। शहर में करीब 140 भूमिगत कूड़ेदान हैं। इनमें से सभी पुख्ता तरीके से सफाई नहीं हो पा रही है।

यह बोले मेयर ओंकार नैहरिया

कई स्थानों पर स्थापित भूमिगत कूड़ेदानों के ऊपर से बिजली की तारें गुजर रही हैं। जिस वजह से भी ये खाली निगम नहीं करवा पा रही है। जल्द इस संबंध में बिजली बोर्ड के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी। साथ वाहनों से संबंधित समस्या का हल भी जल्द कराया जाएगा।


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