गगल चौक : सब्जी सड़क पर, रेट लिस्ट गल्ले में
vegetable seller enchrochment on road पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग गगल चौक पर फिर से रेन शेल्टर और सड़क किनारे रेहड़ी व फड़ी लगने शुरू हो गईं हैं।
प्रमोद सैणी, गगल। पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग-154 के किनारे बसा प्रमुख कस्बा गगल। रोजाना सभी विभागों के अधिकारी यहां से गुजरते हैं..सब कुछ दिखता है.. पर मौन। सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं लेकिन कार्रवाई शून्य। लोगों की सुविधा के लिए बनाए गए रेन शेल्टर व सड़क के किनारों पर सब्जी विक्रेताओं का कब्जा है। बड़ी बात तो यह है कि सब्जी तो सड़क किनारे रखी होती है लेकिन रेट लिस्ट गल्ले (रुपये रखने वाली जगह) में होती है। अगर कोई ग्राहक इस बारे पूछता है तो समझ लो आ गई शामत। साथ ही सब्जी विक्रेताओं के कब्जों के कारण सड़क भी संकरी हो गई है और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि तीन माह पहले पुलिस प्रशासन ने सब्जी विक्रेताओं और रेहड़ी फड़ी वालों को हटाया भी था लेकिन अब फिर से दुकानदारी सजनी शुरू हो गई है। सड़क किनारे हो रहे अतिक्रमण के कारण हमेशा दुर्घटनाओं का भी अंदेशा बना रहता है। पिछले कई दिन से बदस्तूर जारी इस अतिक्रमण के खिलाफ न तो पंचायत और न ही पुलिस प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई की जा रही है। कुछ समय पहले ही करोड़ों रुपये खर्च कर सड़क को चौड़ा किया गया है। साथ ही चौक को भी संवारा गया है लेकिन अतिक्रमण ने सुंदरता पर दाग लगा दिया है।
हमारी तो यह रोजी-रोटी है। हम कहां जाएं। प्रशासन को चाहिए कि हमें कहीं ऐसी जगह दी जाए, जहां हम रोजगार शुरू कर सकें। रजत तलवाड़, फल विक्रेता।
प्रशासन अगर अन्यत्र हमारे लिए व्यवस्था कर दे तो यहां हमें दुकानदारी सजाने का शौक नहीं है। पिछले 30 साल से यहां सब्जी बेचकर परिवार पाल रहे हैं। -प्रमोद कुमार, सब्जी विक्रेता।
सरकार को चाहिए कि कहीं सरकारी भूमि में दुकानें बनाकर दे और हमें बसाए ताकि हम बच्चों को दो वक्त की रोटी खिला सकें। पूर्ण चंद, सब्जी विक्रेता।
सब्जी विक्रेता बार-बार अतिक्रमण कर रहे हैं। यह सब प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है। अगर प्रशासन चाहे तो क्या नहीं हो सकता है। -रविंद्र बाबा, प्रधान गगल पंचायत।
पुलिस समय-समय पर इनके चालान करती है। साथ ही इनके खिलाफ मामले भी दर्ज किए गए हैं। -नरेश कुमार शर्मा, प्रभारी पुलिस थाना गगल।