आइआइएम सिरमौर में नए शैक्षणिक सत्र का ऑनलाइन आगाज, पर्यटन प्रबंधन कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला
IIM Sirmaur जिला सिरमौर के पांवटा साहिब स्थित आइआइएम देशभर में पर्यटन प्रबंधन कार्यक्रम शुरू करने वाला देश का एकमात्र संस्थान बन गया है।
नाहन, जागरण संवाददाता। जिला सिरमौर के पांवटा साहिब स्थित आइआइएम देशभर में पर्यटन प्रबंधन कार्यक्रम शुरू करने वाला देश का एकमात्र संस्थान बन गया है। आइआइएम सिरमौर में प्रमुख एमबीए कार्यक्रम के अतिरिक्त दो नए नियमित कार्यक्रम शुरू कर रहा है, जिसमें पीएचडी और एमबीए पर्यटन और आतिथ्य प्रबंधन शमिल है। आइआइएम सिरमौर के नए शैक्षणिक सत्र 2020 का ऑनलाइन शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि अध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रबंध निदेशक श्रीराम लिमिटेड के अजयएस श्रीराम ने प्रेरणा कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा किए।
उन्होंने कहा आइआइएम सिरमौर देश का एकमात्र आइआइएम संस्थान है, जिसने पहली बार एक पर्यटन प्रबंधन कार्यक्रम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान एमबीए बैच विविधता के मामले में बहुत संतुलित है, क्योंकि इसमें लगभग 40 महिला छात्र शामिल हैं। गवर्नर बोर्ड के सदस्य एवं फीडबैक इंफ्रा-पी लिमिटेड के संस्थापक-चेयरमैन विनायक चटर्जी ने भी प्रबंधन के परिप्रेक्ष्य पर संबोधन किया।
वर्चुअल इंडक्शन प्रोग्राम के दौरान आईआईएम सिरमौर की निदेशक प्रो. नीलू रोहमत्रे ने कहा इस कोविड महामारी के समय में सीखने के एक नए आयाम को खोला है। महामारी ने हमें विश्वस्तर पर जुडऩे के अवसर में सुदूर स्थान द्वारा लगाई गई कनेक्टिविटी की चुनौती को बदलने के लिए नए सिरे से खोज करने और नवाचार करने के लिए एक संस्था के रूप में मजबूर किया है।
हिमाचल प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र और स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान करने के लिए पर्यटन और आतिथ्य प्रबंधन में एमबीए कार्यक्रम आइआइएम सिरमौर की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। आइआइएम सिरमौर ने एमबीए छात्रों के लिए विदेशी भाषा जर्मन में पाठ्यक्रम के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। 2015 में स्थापित भारतीय प्रबंधन संस्थान सिरमौर ने शैक्षणिक अवसंरचना विकास, उद्योग सहयोग, मान्यता और लिंकेज के साथ कई नई पहल की हैं।
आइआइएम सिरमौर एसोसिएशन टू एडवांस कॉलेजिएट स्कूल ऑफ बिजनेस एएसीएसबी बिजनेस एजुकेशन अलायंस का सदस्य बन गया है, जो यूएसए में स्थित एक प्रतिष्ठित बिजनेस कॉलेज है। आइआइएम सिरमौर जल्द ही संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और एशिया में प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन में प्रवेश करेगा, जो अंतरराष्ट्रीय आउटरीच के विस्तार और शिक्षण और अनुसंधान में सहयोग पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा।