कांगड़ा में विभिन्न राज्यों की संस्कृति से रूबरू होंगे स्वयंसेवी
नेशनल इंटिग्रेशन (राष्ट्रीय एकीकरण कैंप) का आयोजन एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगडा में किया जा रहा है। सोमवार को शिविर का शुभारंभ डीआइजी उत्तरी क्षेत्र संतोष पटियाल ने किया। संतोष पटियाल ने युवाओं को राष्ट्रीय एकीकरण
जागरण संवाददाता, कांगड़ा : एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में 13 राज्यों के 200 एनएसएस स्वयंसेवी देश भर की संस्कृति से रूबरू होंगे। सोमवार को राष्ट्रीय एकीकरण शिविर (नेशनल इंटिग्रेशन कैंप) का शुभारंभ डीआइजी उत्तरी क्षेत्र संतोष पटियाल ने किया।
सात दिवसीय शिविर में बिहार, ओडिसा, दिल्ली, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के स्वयंसेवी भाग ले रहे हैं। शिविर में वाद-विवाद, एकल अभिनय, नारा लेखन, समूह नृत्य, रंगोली, पोस्टर मेकिग तथा लोकनृत्य सहित अनेक प्रतियोगिताएं होंगी। इस आयोजन के माध्यम से एक ही जगह पर अलग-अलग राज्यों की अलग अलग भाषा, बोलियों व लोक संस्कृति को जानने का मौका मिलेगा।
संतोष पटियाल ने युवाओं को राष्ट्रीय एकीकरण शिविर व उससे मिलने वाली सीख व व्यक्तित्व विकास को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्व में जीने के बजाय वर्तमान में जीना चाहिए। पहले क्या होता रहा इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, पर हम वर्तमान में क्या कर रहे हैं, इससे फर्क पड़ता है। उन्होंने कहा कि एसएसएस का सही मायनों में यही अर्थ है कि हमे जो जिम्मेदारी मिली है उसे हम अच्छे तरह से निभाएं। इसी तरह विद्यार्थी जीवन में सबसे बड़ी जिम्मेदारी पढ़ाई की है, अच्छी तरह से पढ़ाई करनी चाहिए और देश हित में जहां भी आप हैं वहां अपना 100 फीसद दें।
इस अवसर पर शिविर के मुख्य प्रभारी डॉ. नरेश शर्मा, डीएवी कॉलेज प्राचार्य डॉ. बलजीत सिंह पटियाल, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के एनएसएस को-आर्डीनेटर डॉ. बीआर ठाकुर, असिस्टेंट डायरेक्टर स्पोर्ट्स डॉ. हरिसिंह मौजूद रहे।