डीएवी कॉलेज में दिखी लोकनृत्यों की झलक
एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में चल रहे सात दिवसीय नेशनल इंटिग्रेशन कैंप में लोकनृत्य स्पर्धा में अलग अलग राज्यों की टीमों ने अपने अपने क्षेत्र के लोकनृत्य को प्रस्तुत किया। कुछ समय के लिए कांगड़ा में पूरे भारत के दर्शन हो गए। सात दिवसीय शिविर के पांचवे दिन का शुभारंभ
जागरण संवाददाता, कांगड़ा : एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में सात दिवसीय नेशनल इंटिग्रेशन कैंप में शुक्रवार को लोकनृत्य स्पर्धा में विभिन्न राज्यों की टीमों ने अपने-अपने राज्य के लोकनृत्य को प्रस्तुत किया। शिविर में 12 राज्यों के 200 स्वयंसेवियों ने भाग लिया। इस दौरान जब स्वयंसेवियों ने लोकनृत्य की प्रस्तुति दी तो पूरे भारत की झलक नजर आई।
शिविर के पांचवें दिन का शुभारंभ योगाभ्यास से हुआ। शैक्षणिक सत्र के बाद कांगड़ी धाम की व्यवस्था की गई। लोकनृत्य प्रतियोगिता में डीएवी कॉलेज कांगड़ा की उपप्रचार्या प्रो. अनिता वोहरा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
उन्होंने कहा कि एनएसएस से देश प्रेम की भावना पैदा होती है। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों से आए स्वंयसेवियों ने अपनी अपनी वेशभूषा में नृत्य प्रस्तुत किए।
सांयकालीन सत्र में बीएड कॉलेज मटौर के प्राचार्य डॉ. सुमन शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने राष्ट्रीय एकीकरण की आधुनिक समाज में आवश्यकता पर विशेष बल दिया। कार्यक्रम के मुख्य प्रभारी डॉ. नरेश शर्मा ने सभी स्वंयसेवियों का उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम के समापन पर मध्य प्रदेश के स्वंयसेवियों ने महाकाल की रमणीय झांकी प्रस्तुत की गई।