हिमाचल की बेटी ने कार हादसे के बाद बचाई थी तीन जिंदगियां, अब मिलेगा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार
National Bravery Award कार चालक व स्वजनों की जान बचाने के लिए हिमाचल प्रदेश के पालमपुर की बेटी अलाइका को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चुना गया है।
कांगड़ा, जागरण संवाददाता। कार चालक व स्वजनों की जान बचाने के लिए हिमाचल प्रदेश के पालमपुर की बेटी 13 साल की अलाइका को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चुना गया है। भारतीय बाल कल्याण परिषद (आइसीसीडब्ल्यू) की ओर से वीरता पुरस्कार के लिए चयनित 22 बच्चों में अलाइका का नाम भी शामिल है। पालमपुर के मारंडा की रहने वाली अलाइका पहली सितंबर, 2018 को कार में माता सविता व दादा सेवानिवृत्त कैप्टन केके अवस्थी के साथ खैरा जा रही थी। इस दौरान रास्ते में चालक नियंत्रण खो बैठा और कार पहाड़ी से 50 मीटर नीचे लुढ़क गई।
गनीमत रही कि कार पेड़ के साथ फंस गई, इसमें सवार सभी लोगों के साथ अलाइका को भी चोट आई थी, लेकिन उसने बहादुरी दिखाते हुए कार का दरवाजा खोला और सड़क तक पहुंची। इससे पहले अलाइका ने खुद अपनी मां और दादा को निकालने का प्रयास किया था, लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो पाई। इस कारण उसने सूझबूझ से काम लेते हुए सड़क तक पहुंचकर वहां से गुजर वाहन चालकों से मदद मांगी।
घायल हालत में अलाइका ने वाहन चालकों को रोक कर हादसे की जानकारी दी। इसके बाद वाहन चालकों ने कार में फंसे तीनों लोगों को बाहर निकाला। इसके बाद बच्ची समेत अन्य तीन घायलों को अस्पताल पहुंचाया था। उपचार के बाद बच्ची समेत तीनों पूरी तरह ठीक हो गए। यदि बच्ची अलाइका उस दौरान हिम्मत न दिखाती व समय पर उपचार न मिलता तो उनकी जान को खतरा भी पैदा हो सकता था। लेकिन बेटी अलाइका की हिम्मत के कारण तीन जिंदगियां महफूज हो गईं।
अलाइका के इस हौसले की हर जगह तारीफ हुई थी। वह अनुराधा पब्लिक स्कूल मारंडा की छात्रा है। अलाइका की बहादुरी के लिए उसे स्कूल की ओर से भी सम्मानित किया गया था। राष्ट्रीय पुरस्कार के तहत भारतीय बाल कल्याण परिषद की ओर से अलाइका को 20 हजार रुपये और स्मृति चिह्न मिलेगा।