नागपुर के धावक डिसूजा ने 19 घंटे में पार किए मनाली के दो पहाड़, 126 किलोमीटर रास्ता तय कर रिकॉर्ड बनाया
Athlete Kieren DSouza नागपुर के धावक कायरेन डिसूजा ने मनाली के 13 हजार फीट ऊंचे हामटा व रोहतांग टॉप को 19 घंटे में पार कर नया रिकॉर्ड बनाया है।
मनाली, जसवंत ठाकुर। नागपुर के धावक कायरेन डिसूजा ने मनाली के 13 हजार फीट ऊंचे हामटा व रोहतांग टॉप को 19 घंटे में पार कर नया रिकॉर्ड बनाया है। डिसूजा ने रात 12 बजे मनाली से अपना दौड़ने का अभियान शुरू किया। सुबह होने तक डिसूजा 13 हजार फीट ऊंचे हामटा जोत के पार जा पहुंचे। पूरा दिन हामटा से छतड्डू और छतड्डू से दौड़ते हुए रोहतांग पार कर शाम सात बजे मनाली में दस्तक दी।
मनाली पहुंचने पर एसडीएम रमन घरसंगी ने धावक डिसूजा का स्वागत किया। डिसूजा की मदद करने को उनकी पूरी टीम साथ रही। डिसूजा ने इस दौड़ को अटल बिहारी बाजपेयी पर्वतारोहण खेल संस्थान मनाली की देखरेख में पूरा किया गया। इस दौड़ को शुरू करने से पहले हर कोई कह रहा था कि यह नामुमकिन है, क्योंकि ट्रैकर और स्थानीय लोग कम से कम चार दिन में इस ट्रैक को पूरा करते हैं। लेकिन डिसूजा ने मात्र 19 घंटों में 126 किलोमीटर लंबे रूट को पूरा कर लिया। इस अभियान को सफल बनाने से पहले डिसूजा इस पर्वत को पहले भी पार कर अनुभव ले चुके हैं।
एक साथ दो दर्रे पार करना अपने आप में हैरान करने वाला कीर्तिमान है। हामटा व रोहतांग दर्रा 13 हजार फीट से भी ऊंचे हैं। ट्रिपल ट्रबल रन नामक यह इवेंट फ़ॉर प्ले मीडिया मनाली की ओर से आयोजित किया गया था, जिसमें मनाली प्रशासन सहित अटल बिहारी वाजपयी पर्वतारोहण संस्थान ने भी अपना सहयोग दिया।
टीम के सदस्य प्रशांत भट्ट, आदित्य बिक्रम पांडे, मोहित शर्मा, उत्कर्ष मित्तल, अभिलाष महाजन, राहुल रावत, क्षितिज गुप्ता व शुक्ला गुप्ता ने बताया उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने में डिसूजा का सहयोग किया। उन्होंने बताया प्रशासन की मौजूदगी में आधी रात 12 बजे डिसूजा ने मनाली से दौड़ना शुरू किया और अलेउ, प्रीणी, सेथन होते हुए डिसूजा हामटा जोत जा पहुंचा। धावक ने बिना रुके हामटा पार कर लाहुल की ओर छतड्डू में दस्तक दी। छतड्डू से सड़क से होते हुए डिसूजा ग्राम्फु पहुंचे, जहां से रोहतांग दर्रे को पार कर शाम सात बजे मनाली बाजार पहुंच गए। इससे पहले भी डिसूजा ने जून में 16 हजार फीट ऊंचे फ्रेंडशिप पीक को 12 घंटे में चढ़ने में सफलता पाई है।
युवाओं को प्रेरित करना इन अभियानाें का उद्देश्य
देश के युवाओं को दौड़ के प्रति प्रेरित करना मेरे इन अभियानों का मुख्य उद्देश्य है। साथ ही ट्रैकिंग की ओर भी लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। आज युवा वर्ग अपने लक्ष्य से भटक रहा है। लेकिन दौड़ के प्रति जागरूक होता है तो खेलों में देश का नाम रोशन करने के साथ-साथ बुरी संगतों से भी बच सकता है। देश में लांग डिस्टेंस रनिंग, एडवेंचर स्पोर्ट्स और टूरिज्म को प्रोत्साहन देने के लिए नई संभावनाएं खोजने के लिए तथा हिमालय एवं प्रकृति को साफ व स्वच्छ रखने का भी प्राथमिकता में संदेश देता हूं। -धावक कायरेन डिसूज़ा।
जबरदस्त और प्रशंसनीय उपलब्धि : एसडीएम
एसडीएम मनाली रमन घरसंगी का कहना है द रनिंग मैन कायरेन डिसूजा ने मनाली, हामटा, छतड्डू, रोहतांग, मनाली, 126 किलोमीटर की दूरी 19 घंटों में तय की है। उन्होंने 13 हजार फीट से ऊंचे हामटा व रोहतांग दर्रे को भी पार किया है। एक जबरदस्त और प्रशंसनीय उपलब्धि है।
डिसूजा ने बनाया नया कीर्तिमान : निदेशक
धावक किरेन डिसूजा ने अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान की निगरानी में यह दौड़ संपन्न की है। संस्थान के दो निरीक्षकों की मौजूदगी में धावक डिसूजा ने 126 किलोमीटर लंबा पहाड़ी रास्ता 19 घंटे में तय किया है। इतने कम समय मे इस सफर को पूरा करने वाले डिसूजा पहले व्यक्ति बने है। डिसूजा इस बात के लिए बधाई के पात्र हैं। -कर्नल नीरज राणा, निदेशक, अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण खेल संस्थान मनाली।
ये भी उपलब्िधयां
- इंडियन नेशनल टीम अल्ट्रा एंड ट्रेल रनिंग में भाग लिया
- वर्ल्ड ट्रेल सीरीज चैंपियनशिप और 24 घंटे रनिंग चैंपियनशिप में भाग लिया
- ग्रीस में 246 किलोमीटर हिस्टोरिकल रेस में क्वालीफाई करने वाले एकमात्र भारतीय
- फ्रांस में आयोजित यूटीएमवी सीसीसी एज कैटेगिरी में दूसरा स्थान पाया
- फ्रांस में आयोजित ऐगेर अल्ट्रा में सातवां स्थान
- चीन में एडिंग स्काई अल्ट्रा में आठवां स्थान