डंपिंग साइट पर फायर हाईड्रेंट लगाएगा नगर निगम, मौके पर बुझ सकेगी आग Kangra News
अंतत नगर निगम धर्मशाला जाग गया है और छह दिन से लगातार सुलग रही डंपिंग साइट की इस समस्या के समाधान के लिए फायर हाईड्रेंट लगाने का फैसला लिया गया है।
धर्मशाला, जेएनएन। अंतत: नगर निगम धर्मशाला जाग गया है और छह दिन से लगातार सुलग रही डंपिंग साइट की इस समस्या के समाधान के लिए फायर हाईड्रेंट लगाने का फैसला लिया गया है। इस संबंध में बकायदा नगर निगम धर्मशाला के महापौर देवेंद्र जग्गी, आयुक्त संदीप कदम, अधिशाषी अभियंता व सेनेटरी इंस्पेक्टर ने बैठक कर डंङ्क्षपग साइट की समस्या के संबंध मेंमंथन किया और इसी बैठक में उपरोक्त फैसला भी लिया गया। साथ ही निर्णय लिया गया कि फायर हाईड्रेंट को जल्द डंपिंग साइट में स्थापित किया जाए।
इसके अलावा डंप कूड़े के भी अलग-अलग ब्लॉक बनाने का फैसला लिया है, ताकि यदि भविष्य में आग लगे भी तो फैल न सके। वहीं डंपिंग साइट के पुराने डंप कूड़े को खत्म करने के लिए विशेषज्ञों की सलाह लेने पर विचार किया गया है। इसमें कैपिग किए जाने पर विचार किया गया। कैपिग के तहत समूची डंङ्क्षपग साइट में पाइपों के माध्यम से पुराने डंप कूड़े से निकलने वाली मिथेन गैस को भी निकाला जा सके और जिस पर बाद में पौधरोपण किया जा सके, ताकि डंङ्क्षपग साइट का भी कायाकल्प हो सके। दैनिक जागरण इस मामले को लेकर लगातार समाचार प्रकाशित कर रहा था। अपनी खबरों के माध्यम से नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया था।
छह दिन से सुलग रही है डंपिंग साइट
धर्मशाला शहर की डंपिंग साइट छह दिन से सुलग रही है। हालांकि आग लगने का कारण साइट के निचले क्षेत्र में जंगल में लगी आग का हवा चलने पर डंपिंग साइट तक पहुंचने का कारण बताया गया था। लेकिन अग्निशमन विभाग व नगर निगम कर्मियों के संयुक्त रूप से जुटने के बाद भी अभी तक इस पर काबू नहीं पाया जा सका है। यही नहीं आग पर काबू न पाए जाने पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय धर्मशाला के अधिशाषी अभियंता ने नगर निगम धर्मशाला को बकायदा नोटिस जारी कर तुरंत आग पर काबू पाने की हिदायत भी जारी की। लेकिन बावजूद इसके बाद अभी तक आग पर नगर निगम काबू नहीं पाया जा सका है। इसी के चलते अब नगर निगम को उपरोक्त दिशा में बैठक करने को मजबूर होना पड़ा।
सुलग रही डंपिंग साइट के स्थायी समाधान के लिए बैठक कर फायर हाईड्रेंट लगाने का फैसला लिया गया है। इसकी पाइपें चारों और डाली जाएंगी। वहीं कूड़े के ढेरों के अलग-अलग ब्लॉक बनाए जाएंगे, ताकि आग लगने पर पूरी डंपिंग साइट में न फैले और पुराने कूड़े को खत्म करने के लिए विशेषज्ञ की भी सलाह ली जाएगी, ताकि मिथेन गैस को पाइपों के जरिये निकाला जा सके। -देवेंद्र जग्गी, महापौर नगर निगम धर्मशाला।
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