जयराम की दो टूक, हार से सबक लें मंत्री और कार्यप्रणाली सुधारें
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद छाई खामोशी (पिनड्राप साइलेंस) के बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दो टूक कहा कि उपचुनाव में हुई हार से सबक लेकर सभी मंत्री कार्यप्रणाली में सुधार लाएं। सभी के लिए कार्यप्रणाली में बदलाव करना आवश्यक है।
प्रकाश भारद्वाज, शिमला। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद छाई खामोशी (पिनड्राप साइलेंस) के बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दो टूक कहा कि उपचुनाव में हुई हार से सबक लेकर सभी मंत्री कार्यप्रणाली में सुधार लाएं। सभी के लिए कार्यप्रणाली में बदलाव करना आवश्यक है। शिखर सम्मेलन हाल में सिर्फ मुख्यमंत्री ही बोल रहे थे, जबकि सभी मंत्री उन्हें सुनते रहे। उसके बाद मुख्यमंत्री सीधे अपने कक्ष में चले गए।
बैठक में किसी मंत्री का नाम लिए बिना जयराम ने कहा कि हमें अपने काम में तत्काल सुधार की जरूरत है। योजनाओं को क्रियान्वित करवाएं और हर कार्यक्रम का लाभ आम आदमी तक पहुंचाने की जिम्मेदारी की गंभीरता को समझें। सरकार ने साढ़े तीन साल से अधिक कार्यकाल में थोक में विकास कार्य किए, लेकिन उन कार्यों को जनता तक पहुंचाने में कहीं कमियां रहीं, जिन्हें दूर करने का काम तुरंत होना चाहिए।
मंत्रिमंडल की बैठक खत्म होने के बाद जब प्रशासनिक अधिकारी जा चुके थे तो उसके बाद चुनाव में हार के संबंध में समीक्षा पर मुख्यमंत्री बेहद गंभीर नजर आए और उनके तेवर तीखे थे। आमतौर पर बैठक में सुझाव देने वाले वरिष्ठ मंत्री महेंद्र ङ्क्षसह ठाकुर भी सिर्फ सुनते रहे। दूसरे मंत्रियों की नजर भी एक जगह ही टिकी रही। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 नवंबर की बैठक में चाहे जो निर्णय होगा, उससे पहले मंत्री इस बात का आकलन करें कि कमी कहां रही। भोजन के बाद उपचुनाव परिणाम पर चर्चा के दौरान मंत्री महेंद्र ङ्क्षसह ठाकुर, सुरेश भारद्वाज, सरवीण चौधरी, डा. रामलाल मार्कंडेय, बिक्रम ठाकुर, डा. राजीव सैजल, सुखराम चौधरी, राकेश पठानिया व राजेंद्र गर्ग मौजूद थे। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर घर में श्रीमद्भागवत होने की वजह से मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए।
उपचुनाव के परिणाम आने के बाद मंत्रियों से सामना हुआ
चार उपचुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद पहली बार सरकार के मंत्रियों का मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ आमना-सामना हुआ। चुनाव प्रचार के दौरान सभी मंत्री अपने दायित्व क्षेत्र में बढ़त मिलने के दावे करते रहे, लेकिन नतीजे कुछ और ही आए।
अधिकारियों ने पूछा- मंत्रिमंडल के निर्णय लागू क्यों नहीं हो रहे
इससे पहले जयराम ठाकुर ने उद्योग विभाग के संदर्भ में लिए मंत्रिमंडलीय निर्णय लागू नहीं होने के बारे में अधिकारियों से सवाल किया। उन्होंने पूछा कि मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लेने के बाद आजतक वह क्रियान्वित क्यों नहीं हुए। इस तरह का सवाल कृषि विभाग के अधिकारियों के भी किया गया।
विजन डाक्यूमेंट में तीन विभाग
मंत्रिमंडल की बैठक में भाजपा के विजन डाक्यूमेंट यानि दृष्टि पत्र के तहत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग की समीक्षा की गई। तीनों विभागों से संबंध रखने वाले अधिकारियों से जवाब मांगा गया। कुल मिलाकर स्वास्थ्य विभाग ने दृष्टि पत्र के तहत किए सभी वादे पूरे किए हैं। शिक्षा और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों के पास कोई सार्थक जवाब नहीं था।